रायपुर। प्रतिवर्ष दिवाली के दिन केले के पत्ते और तने बेचने के लिए रायपुर शहर कि प्रत्येक सड़क पर कहीं पर भी केले के पत्तों और तने का ढेर लगाकर बेचा जाता है। बिक्री होने उपरांत शाम को इनका बचा-खुचा कचरा विक्रेता सड़क पर ही छोड़ कर चले जाते हैं। दिवाली के बाद छुट्टियां खत्म होने उपरांत कई दिनों तक नगर निगम के प्रत्येक जोन द्वारा अपने सभी डंपर, जेसीबी लगाकर इन बचे हुए पत्तों इत्यादि को उठाया जाता है, इसके कारण से अन्य सफाई कार्य भी बाधित होते हैं। इस बीच इन के सडऩे से मच्छर पैदा होने की दर भी बढ़ जाती है, जिससे बीमारियां बढ़ती है। बीच सड़कों पर इन्हें लगाने से दिवाली के दिन यातायात भी बाधित होता रहता है।
छत्तीसगढ़ नागरिक संघर्ष समिति ने नगर निगम आयुक्त से अनुरोध किया है कि वे केले के पत्तों के विक्रेताओं के लिए प्रत्येक जोन में उचित स्थान निर्धारित करें। सडकों पर यत्र-तत्र इन्हें नहीं बिकने दिया जाये तथा दिवाली के दिन प्रात: जल्दी से ही प्रत्येक जोन से मानिटरिंग करवाएं कि ये विक्रेता कहीं पर केले के पत्तों का ढेर नहीं लगाए, इससे इनकी सफाई में सुविधा होगी तथा अन्य समस्याएं पैदा नहीं होंगी।