भोपाल। मध्यप्रदेश शासन के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने गर्भित इनोवेटिव प्रमोटर्स कंपनी के डायरेक्टरों संजय भाटी, सुनील कुमार प्रजापति, राजेश भरद्वाज और करण पाल सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि इस कंपनी ने बाइक बोट के नाम से टू व्हीलर टैक्सी सर्विस लॉन्च की। इसमें लोगों से इन्वेस्टमेंट लिया और फिर ना मूलधन वापस किया और ना ही प्रॉफिट दिया।
पुलिस का कहना है कि अकेले भोपाल में 2500 से ज्यादा लोगों ने इस कंपनी में ₹65 करोड़ निवेश किए थे। कंपनी ने एग्रीमेंट किया था कि ₹62100 के इन्वेस्टमेंट पर 4590 रुपए मंथली का मिनिमम प्रॉफिट दिया जाएगा। इन्वेस्टमेंट के पैसे से बाइक खरीदी जाएगी और उसे टू व्हीलर टैक्सी के रूप में चलाया जाएगा।
शुरुआत में कुछ लोगों को प्रॉफिट के नाम पर फंड ट्रांसफर किया गया लेकिन फिर सब कुछ बंद हो गया। पुलिस ने बताया कि भोपाल के अलावा मध्य प्रदेश के इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और अन्य कई शहरों के लोगों ने इस कंपनी में निवेश किया है। ज्यादातर लोग सेना से रिटायर हैं। शर्म के कारण शिकायत नहीं कर रहे हैं।
पुलिस ने बताया कि इस कंपनी के खिलाफ उत्तर प्रदेश और नोएडा के अलावा 2021 में सीबीआई में भी मामला दर्ज हुआ है। उस समय कुल 15000 करोड़ रुपए की वित्तीय धोखाधड़ी का दावा किया गया था।