वाशिंगटन। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ चल रहे जंग के बीच, यूक्रेन से कब्जाए चार इलाकों को अपने देश में शामिल कर लिया है। रूस के इस कदम के बाद अमेरिका, ब्रिटेन समते कई पश्चिमी देश गुस्सा हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन के चार क्षेत्रों को रूस में मिलाने को लेकर अमेरिका और अल्बानिया संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में रूस के खिलाफ एक प्रस्ताव लेकर आए। अमेरिका के इस प्रस्ताव से भारत ने दूरी बना ली है।
संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ मतदान नहीं करने के अपने ट्रैक रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए भारत ने रूस के खिलाफ अमेरिका के प्रस्ताव को वोट नहीं किया है। भारत के साथ-साथ चीन, ब्राजील और गैबॉन ने भी इस प्रस्ताव से दूरी बनाते हुए वोट ही नहीं किया। हालांकि हमेशा की तरह रूस ने अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर इस प्रस्ताव को खारिज किया।
अमेरिका के इस प्रस्ताव को 10 देशों का समर्थन मिला है। अमेरिका और अल्बानिया के प्रस्ताव पर यूएनएससी में बोलते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने शांति, कूटनीति और संवाद के पक्ष में भारत की स्थिति को दोहराते हुए कहा, ”यूक्रेन में घटनाक्रम के हालिया मोड़ से भारत बहुत परेशान है।”