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‘औकात समझता हूं’ कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव पर बोले जयराम रमेश; अब रेस में ये नाम शामिल

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नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष पद पर दावेदारी के लिए रोज नामों की सूची बढ़ती या घटती जा रही है। इसी बीच पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने साफ कर दिया है कि वह अध्यक्ष पद की रेस में नहीं है, क्योंकि वह अपनी ‘औकात’ समझते हैं। इधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद बता चुके हैं कि वह पार्टी के शीर्ष पद के उम्मीदवार नहीं है। गुरुवार को बातचीत में पार्टी के वरिष्ठ नेता और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने राजस्थान के सियासी घटनाक्रम पर कुछ कहने से इनकार कर दिया। साथ ही उन्होंने अध्यक्ष पद चुनाव पर अन्य संभावित उम्मीदवारों पर भी स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कहा। हालांकि, जब उनसे सवाल किया कि क्या कभी उन्होंने चुनाव लड़ने पर विचार किया, तो इसपर उन्होंने जवाब दिया, ‘मैं अपनी सीमाएं जानता हूं। मैं अपनी औकात समझता हूं।’
गुरुवार को दिल्ली में क्या हुआ?
कांग्रेस के अंदर जारी खींचतान के बीच मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। साथ ही उन्होंने शुक्रवार को ‘संभवत:’ नामांकन दाखिल करने की बात कही है। इधर, गहलोत ने सोनिया से करीब डेढ़ घंटे की मुलाकात बाद के बाद रेस से हटने का ऐलान कर दिया है। गहलोत के बाद सचिन पायलट ने भी पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात की है।
अब कौन लड़ रहा है चुनाव?
गहलोत ने रेस से बाहर होने का ऐलान कर दिया है और दिग्विजय ने एंट्री की बात कही है। मौजूदा स्थिति को देखें, तो चुनाव थरूर बनाम दिग्विजय की ओर बढ़ता दिख रहा है। लेकिन एक और वरिष्ठ नेता पवन कुमार बंसल की तरफ से फॉर्म लिए जाने के बाद उनके नाम को लेकर भी चर्चाएं तेज हैं। साथ ही गुरुवार को वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्मीदवारी को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। इससे पहले कुमारी शैलजा, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक समेत कई नेताओं का नाम चर्चा में बना रहा।
चौंका सकती है इनकी एंट्री
रिपोर्ट के अनुसार, राजनीतिक हलकों में प्रियंका गांधी वाड्रा पर भी चुनाव लड़ने का दबाव है। गुरुवार को सोनिया ने प्रियंका के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। इधर, G-23 में भी बैठकों का दौर शुरू हो गया है। गुरुवार को समूह के नेताओं ने इस मुद्दे को लेकर बैठक की। खबर है कि आनंद शर्मा ने बाद में गहलोत से मुलाकात भी की थी। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक, G-23 नेताओं का कहना है, ‘अगर आखिरी उम्मीदवार अच्छा नहीं हुआ, तो उनमें से एक नामांकन दाखिल कर सकता है।’