बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के कोटा क्षेत्र में वन विभाग के अधिकारी ने दोगुना राशि देने का झांसा देकर सहकारी बैंक के रिटायर शाखा प्रबंधक से अलग-अलग किस्तों में एक करोड़ 72 लाख रुपये की ठगी कर ली।
मिली जानकारी के अनुसार कोटा थाना क्षेत्र के जिला सहकारी बैंक के रिटायर शाखा प्रबंधक रतन लाल पांडे उम्र 84 वर्ष रिपोर्ट दर्ज कराया कि उनके घर के पास रहने वाले विनय तिवारी ने खुद को वन विभाग में फॉरेस्टर के पद पर पदस्थ बताकर जान पहचान की. तिवारी ने उन्हें बताया कि वह दूसरे शासकीय विभाग में सरकारी ठेका लेने और बिल्डिंग मैटेरियल सप्लाई करता है. जिसमें उन्हें काफी मुनाफा होता है. तिवारी ने पांडे को पैसा देने पर दोगुना राशि का लालच दिया. रिटायर्ड मैनेजर पांडेय के झांसे में आ गया और उसे रुपये देने लगा. कुछ समय तक आरोपी दोगुनी राशि लौटाता रहा।
आरोपी ने 2017 से 2021 तक अलग अलग किस्तों में पांडे से एक करोड़ 72 लाख रुपये ले लिए. पांडेय अपने परिचितों से किस्तों में रुपये मांगकर उसे देता था. काफी दिनों तक तब पैसे वापस नहीं मिले तो पांडेय कथित वन विभाग के अधिकारी से पैसे मांगने पहुंचा जिस पर उसने जान से मारने की धमकी दी.
इस पूरे घटना की लिखित शिकायत पीडि़त ने एसएसपी पारुल माथुर से की. पुलिस जांच के बाद पांडे की रिपोर्ट पर विनय तिवारी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है. पुलिस ने आरोपी के घर में दबिश दी लेकिन वह फरार है. तलाश जारी है।