बागपत। पहाड़ों पर हुई वर्षा के कारण एक बार हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से यमुना नदी में सात घंटे के अंतराल में 21.48 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। बागपत जनपद में पानी मंगलवार रात तक प्रवेश करेगा। सिंचाई विभाग ने यमुना नदी किनारे अलर्ट जारी करते हुए विभाग के कर्मचारियों को सक्रिय कर दिया है।
इस प्रकार छोड़ा गया पानी
रविवार की रात 12 बजे हथनीकुंड बैराज से 2.17 लाख, एक बजे 2.39 लाख, दो बजे 2.53 लाख, तीन बजे 2.67 लाख, सोमवार तड़के चार बजे 2.81 लाख, पांच बजे 2.95 लाख, छह बजे 2.95 लाख क्यूसेक पानी, सात बजे 2.97 लाख क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा जा चुका है। सात घंटों में सबसे ज्यादा छोड़ा गया पानी सुबह सात बजे 2,97,947 क्यूसेक पानी है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हथनीकुंड बैराज से दिन भर अभी और भी पानी यमुना नदी में छोड़ा जाएगा।
नदी किनारे न जाए लोग, कर्मचारी अलर्ट
बाढ़ के खतरे को देखते हुए पहले ही यमुना नदी किनारे स्थित गांव, कस्बे और नगरों में बाढ़ चौकियां स्थापित हैं। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता नरेंद्र सिंह ने बताया कि सात घंटो में सबसे ज्यादा छोड़ा गया पानी सुबह सात बजे 2.97.947 क्यूसेक पानी है। बाढ़ जैसी संभावना अभी नहीं है लेकिन बाढ़ चौकियों पर तैनात कर्मचारियों को आगाह किया है कि वे नदी किनारे गांव, कस्बे और नगर में रहने वाले लोगों के संपर्क में रहते हुए उन्हें नदी किनारे न जाने की सलाह दे।
ये गांव, कस्बे और नगर है नदी किनारे
यमुना नदी जनपद में टांडा से शुरू होकर सुभानपुर में समाप्त होती है। टांडा, कुरड़ी, जागौस, कोताना, शबगा, खेड़ा हटाना, नैथला, गौरीपुर जवाहरनगर, निवाड़ा, सिसाना, पाली, काठा, मवीकलां, सुभानपुर गांव के अलावा छपरौली कस्बा और बागपत नगर स्थित है।
जागौस में हुआ था कटान
एक माह पहले यमुना नदी में 12 घंटे के दौरान लगभग 32 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया था जिसने जागौस में कई एकड़ भूमि का कटान किया था फसल को भी नुकसान हुआ था।