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आखिरकार नगर पालिका में शुरू हुई राजनीति…पीआईसी से उपाध्यक्ष सहित तीन भाजपा पार्षदों ने दिया इस्तीफा…राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई में नगर विकास को लग सकता हैं ग्रहण…?

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नगर पालिका अध्यक्ष रोहित शुक्ला ने 4 दिनों पहले ही पीआईसी का किया था गठन…युवा, महिलाएं सहित अनुभवी पार्षदों को भी किया था शामिल…भाजपा पार्षदों ने पीआईसी से इस्तीफा देकर चौंकाया…

मुंगेली/नगरीय निकाय चुनाव और नगर पालिका परिषद में उपाध्यक्ष चुनाव संपन्न होने के पश्चात नगर पालिका परिषद में निर्वाचित हुए अध्यक्ष रोहित शुक्ला द्वारा नगरीय निकाय के तहत प्राप्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए प्रेसिडेंट इन कौंसिल का गठन किया गया था जिसमें नगर पालिका परिषद के 7 पार्षदों को शामिल किया है साथ ही अन्य पार्षदों को सदस्य के रूप में लिया गया हैं। नपा अध्यक्ष रोहित शुक्ला के द्वारा जो PIC का गठन किया गया है उसमें खास बात ये है कि इस PIC में भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों को तव्वजो देते हुए गठन किया गया। अध्यक्ष रोहित शुक्ला के द्वारा जिस तरह से दलगत राजनीति से उठ कर ये कदम उठाया गया है इसकी चर्चा आम लोगों में जोर शोर से हो रही थी, और सभी लोग इसकी प्रशंसा करते हुए अध्यक्ष के इस फैसले का स्वागत कर रहे थे, हालांकि कुछ लोगों के द्वारा इस PIC गठन को लेकर आपत्ति दर्ज कराई जा रही थी ऐसे लोगों का कहना है कि जब नगर पालिका परिषद में 22 वार्डो में कांग्रेस के 11 पार्षद निर्वाचित हुए हैं और नगर पालिका अध्यक्ष भी कांग्रेस से चुनकर आए है तो कांग्रेस के पार्षदों को तवज्जो मिलनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं होने से कुछ लोग असंतोष हुए थे। गौरतलब हो कि नगर पालिका परिषद में दोनों दलों को मिलाकर PIC का गठन पहली बार नहीं हुआ है इसके पहले भी नगर पालिका अध्यक्ष अनिल सोनी जो चुनकर आए थे उनके द्वारा भी नगर विकास को प्राथमिकता देते हुए भाजपा- कांग्रेस के पार्षदों को शामिल कर PIC का गठन किया गया था और सफलता पूर्वक अपना कार्यकाल पूरा किया गया था।

नपा के उपाध्यक्ष सहित 3 भाजपा पार्षदों ने PIC से दिया इस्तीफा…

नगर पालिका अध्यक्ष रोहित शुक्ला द्वारा पीआईसी का गठन किये अभी एक सप्ताह भी नहीं हुआ और उपाध्यक्ष सहित 3 भाजपा पार्षदों ने पीआईसी से आज इस्तीफा दे दिया हैं। भाजपा के एक पार्षद द्वारा व्हाट्सएप के एक ग्रुप में नपा उपाध्यक्ष जयप्रकाश मिश्रा के लेटरपेड में लिखित 3 पार्षदों जिसमे जय प्रकाश मिश्रा उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद मुंगेली, पार्षद मोहन मल्लाह, पार्षद जितेन्द्र दावड़ा का नाम शामिल था, इस्तीफा पावती वाला फ़ोटो पोस्ट किया गया, लेकिन इस पावती में एक भाजपा जितेंद्र दावड़ा का हस्ताक्षर नहीं था, कुछ देर बाद भाजपा पार्षद ने वह पोस्ट मिटा दिया, उसके थोड़े देर बाद फिर नपा उपाध्यक्ष के लेटरपेड में इस्तीफा पावती वाली फ़ोटो पोस्ट किया जिसमें जितेंद्र दावड़ा का हस्ताक्षर था। सोशल मीडिया इस इस्तीफा वाले लेटरपेड के जारी होते ही कईयों का कहना हैं पार्षद जितेंद्र दावड़ा अभी किसी कारणवश प्रदेश के बाहर हैं तो उसका हस्ताक्षर कैसे हो गया ? खैर इसमें नपा उपाध्यक्ष या अन्य पार्षद या भाजपा नेताओं द्वारा यह जवाब भी दिया जा सकता हैं कि यह इस्तीफा वाला लेटरपेड पहले से टाइपिंग और हस्ताक्षर करवा लिया गया था। फिलहाल सच्चाई क्या है यह इस्तीफा देने वाले ही बता सकते हैं।
पीआईसी से भाजपा पार्षदों के इस्तीफे के बाद नगरवासियों का कहना हैं कि अब मुंगेली नगर पालिका में राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई, जिसका खामियाजा नगर को उठाना पड़ सकता हैं।

हालांकि पार्षद जितेंद्र दावड़ा द्वारा बताया गया कि वह अभी छत्तीसगढ़ से बाहर हैं, और बाहर जाने के पहले ही इस्तीफा वाले लेटरपेड में उन्होंने हस्ताक्षर कर दिया था।