भोपाल। परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि प्रदेश के 10 संभागीय मुख्यालयों पर लगभग 150 करोड़ रूपये की लागत से कॉमर्शियल वाहनों की फिटनेस के लिये ऑटोमेटिव व्हीकल फिटनेस सेंटर की स्थापना की जाना प्रस्तावित है। सेंटर्स की स्थापना से फिटनेस प्रमाण-पत्र देने के पूर्व वाहनों की फिजिकल चेकिंग एक ही स्थान पर हो जायेगी। वाहन दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार द्वारा सभी राज्यों में ऑटोमेटिव मोटर फिटनेस सेंटर की स्थापना के निर्देश दिये हैं।
परिवहन मंत्री राजपूत मंगलवार को मंत्रालय में प्रमुख सचिव परिवहन फैज अहमद किदवई, परिवहन आयुक्त संजय कुमार झा एवं कंसलटेंसी कम्पनी आई-केट के अधिकारियों के साथ प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में वाहनों का फिटनेस मेन्युअली किया जा रहा है।
संस्था द्वारा अवगत कराया गया कि एक सेंटर की स्थापना पर लगभग 15 करोड़ रूपये का व्यय होगा। एक सेंटर की स्थापना से एक साल में लगभग 40 हजार वाहनों की फिटनेस एवं जाँच की जा सकेगी। फिटनेस सेंटर में वाहन की चेकिंग के दौरान पॉल्यूशन, ऑइल लीकेज, ब्रेक, लाइट्स, व्हील अलाइनमेंट, स्पीड गवर्नर आदि की मशीनों से जाँच के बाद ही फिटनेस प्रमाण-पत्र दिया जायेगा।