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जिला प्रशासन के नाक नीचे नहर-नाले पर भयंकर अतिक्रमण…अवैध निर्माण से जलस्त्रोतों का अस्तित्व खतरे में…NOC कहीं का…निर्माण नाले पर…शिकायत के बाद कार्यवाही नहीं… जिला प्रशासन की कार्यशैली पर संदेह…?

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पिछले वर्ष 2024 में पड़ोसी जिले बिलासपुर के कलेक्टर के निर्देश पर तखतपुर तहसील के ग्राम नगोई में प्राकृतिक नाले को पाटकर जलबहाव बाधित करने और अवैध भवन निर्माण  को ढहाने की कार्यवाही की गई थी साथ ही अवैध कब्जा धारी को जुर्माना भी लगाया गया था, अवैध कब्जा हटाकर प्राकृतिक जल बहाव पूर्व की तरह बहाल किया गया था, पर मुंगेली में नाले पर हो रहे अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर कलेक्टर या नगर पालिका द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई हैं….

मुंगेली/ मुंगेली अंबेडकर वार्ड स्थित शिक्षक नगर से गुजरने वाले खड़खड़िया नाले पर अतिक्रमण निरंतर जारी हैं। इसे रोकने जिला प्रशासन और नगर पालिका नाकाम हैं। पूर्व में भी खड़खड़िया नाले पर अतिक्रमण और अवैध निर्माण की शिकायत की गई थी परंतु उसके बाद भी कार्यवाही नहीं हुई बल्कि कार्यवाही के नाम पर केवल औपचारिकता निभाई गई। साथ ही खड़खड़िया नाले की सफाई की मांग भी की गई हैं।
हाल ही में शिक्षक नगर से गुजरने वाले खड़खड़िया नाले पर ही अवैध निर्माण जारी हैं जबकि नगर पालिका द्वारा जानकारी दिया गया कि नाले की जमीन से नियमानुसार दूरी पे भवन अनुज्ञा दी गई हैं परंतु जिसे भवन अनुज्ञा दी गई हैं उसके द्वारा नाले की जमीन पर ही अवैध निर्माण किया जा रहा हैं। ऐसे में नगर पालिका और अवैध निर्माण करने वाले की सांठगांठ की संभावना दिख रही हैं। कलेक्टर मुंगेली से नाले पर अतिक्रमण, अवैध निर्माण तथा खड़खड़िया नाले के सीमांकन की बात तथा शिकायत की जा चुकी हैं परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। वार्डवासियों ने भी मांग की हैं कि नाले में तथा नाले से लगकर हो रहे अवैध निर्माण के कारण नाले का अस्तित्व खतरे में हैं तथा इससे जलप्रवाह बाधित हो रहा हैं, उनका कहना हैं कि नाले की जमीन या नाले से लगकर भवन अनुज्ञा, भवन निर्माण की अनुमति न दिया जाये तथा जिन्हें इस नाले वाले क्षेत्र में भवन अनुज्ञा दिया गया हैं उसे निरस्त करने की मांग की गई हैं।