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स्वेछिक सेवानिवृत्ति आईएएस डॉ. वरद मूर्ति मिश्र ने शिवराज सरकार की खोली पोल

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मप्र सरकार कर्ज में डूबी हुई सरकार है इस सरकार का भविष्य अंधकार में है
छतरपुर।
मप्र के नरसिंहपुर जिले के मूल निवासी सेवानिवृत्त आईएएस डॉ. वरद मूर्ति मिश्र ने आज एक निजी होटल में पत्रकारों से पत्रकारवार्ता में चर्चा करते हुए भाजपा सरकार के मुखिया शिवराज सिंह सरकार को कोसा और कहा कि मप्र में भाजपा की सरकार कर्ज में डूबी हुई सरकार है। प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या सबसे बड़ी समस्या है। प्रदेश में स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं अस्पतालों में डाक्टर नहीं हैं जिसके चलते स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग की व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी ने आठ साल पहले स्वेच्छिक सेवानिवृत्त होकर समाज में अलख जगाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जून माह में मैंने स्वेच्छिब सेवानिवृत्ति ली और प्रथम पत्रकारवार्ता भोपाल में अगस्त माह में की थी। हर जिले में पत्रकारवार्ता कर लोगों को जागरुक कर नईविचार धारा लेकर जोडऩे का प्रयास कर रहे हैं। मप्र में नई पार्टी का अतिशीघ्र गठन कर आगामी विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने की भी बात कही है। श्री मिश्र ने शिवराज सिंह सरकार पर कटाक्ष करते हुए बताया कि प्रदेश सरकार कर्ज पर कर्ज लेकर उस कर्ज के ब्याज को चुकाने के लिए भी कर्ज ले रही है।
जिसके कारण सरकार की माली हालत है और प्रदेश में सरकारी नौकरियों में रिक्त पदों की पूर्ति नहीं की जा रही है। उन्होंने कई आंकड़े पत्रकारों के सामने दिए। और कहा कि भाजपा सरकार में हीरे की खदानों को बेचकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। हीरे की कीमत से ऑक्सीजन नहीं खरीदी जा सकती। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में एक लाख से ज्यादा शिक्षा विभाग के पद रिक्त हैं लेकिन सरकार की हालत पतली होने के कारण इन पदों को नहीं भरा जा रहा है। इसी प्रकार स्वास्थ्य विभाग में भी हजारों की तादाद में पद रिक्त हैं परंतु सरकार के द्वारा इन पदों पर भी भर्ती नहीं की जा रही है। जिसके कारण स्वास्थ्य अमले में उसका बोझ बढ़ रहा है। अस्पतालों में डाक्टर न होने के कारण डाक्टरों की ओपीडी में मरीजों की होने वाली भीड़ इसका उदाहरण है। श्री मिश्र ने कांग्रेस सरकार पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी 15 माह की सरकार में पुराने लोग सक्रिय हो गए थे और उन्होंने भी कोई काम नहीं किया।
प्रदेश में इस समय दोनों ही दल से आम जनता नाराज है। वह तीसरे विकल्प की तलाश कर रही है। पत्रकारों ने जब उनसे कई सवाल किए कि आप नई पार्टी बनाकर क्या करेंगे कहीं आप प्रदेश के मुख्यमंत्री को उनकी सरकार में हुए घोटाले व कमियों को उजागर कर मुख्यमंत्री को ब्लैकमेल तो नहीं कर रहे हैं सपाक्स जैसी पार्टी को भी एक रिटायर आईएएस अधिकारी हीरालाल त्रिवेदी ने संचालित किया था परंतु उस पार्टी का भी हश्र यह हुआ कि प्रदेश में एक भी सीट से चुनकर कोई विधायक नहीं आया। तब उन्होंने सपाक्स पार्टी केवल सवर्णों के लिए बनाई गई थी और यह संभव नहीं है कि प्रदेश में सवर्ण अपनी सरकार बना लें। सभी समाज सभी वर्ग के लोगों को साथ में लेकर ही नई पार्टी का गठन करना पड़ेगा। आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने अपनी बात को टाल दिया। परंतु यह जरूर रहा कि आर्थिक आधार पर आरक्षण होना चाहिए।