रायपुर। शहर में गणेश विसर्जन को लेकर निगम द्वारा की गई तैयारियां झांकी निकलने के एक दिन पहले धरी की धरी ही रह गई है। हालात ऐसे हैं कि निगम द्वारा विसर्जन करने के लिए कुंड का निर्माण करवाया गया है, लेकिन इसके बावजूद लोग कुंड की बजाय सीधे नदियों में मूर्तियां विसर्जित कर रहे हैं। जबकि इसके लिए राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण द्वारा स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि मूर्तियों का विसर्जन कुंड में ही किया जाए, ताकि नदी को प्रदूषित होने से बचाया जा सके, लेकिन इसके बावजूद महादेव घाट में नौकायन करवाने वाले नाव चालक लोगों को मूर्ति विसर्जन के लिए कुंड भेजने के बजाय सीधे नाव में बैठाकर बीच नदी में ले जा रहे हैं और वहीं विसर्जन करा रहे हैं। नगर निगम द्वारा झांकी सहित अनंत चतुर्दशी के दौरान होने वाले विसर्जन उत्सव को लेकर कमेटी का गठन तो किया गया है, जिसमें जोन कमिश्नर से लेकर इंजीनियर्स भी शामिल हैं, लेकिन घाट पर मानीटरिंग के लिए किसी की भी ड्यूटी नहीं लगाई गई है। इसकी वजह से नदियों में भी धड़ल्ले से विसर्जन किया जा रहा है।
रायपुर नगर निगम के अपर आयुक्त सुनील कुमार चंद्रवंशी ने का इस संबंध में कहना है कि हमारी टीम निरंतर मानीटरिंग कर रही है। अफसरों की ड्यूटी भी लगाई गई है। हो सकता है कुछ लोग कुंड की जगह नदी में विसर्जन कर रहे हों। मैं संबंधित टीमों को निर्देशित करता हूं कि इस पर सख्ती से रोक लगाई जाए।