नई दिल्ली। हाल में मुंबई से दुर्गापुर जा रही स्पाइसजेट (Spicejet) फ्लाइट के साथ बड़ा हादसा होते-होते बचा था। इसके बावजूद कई पैसेंजर घायल हो गए थे। मामले की जांच के लिए टीम गठित हुई थी। सूत्रों ने बताया है कि इसमें स्पाइसजेट के पायलट-इन-कमांड (PIC) की गलती सामने आई है। इसे देखते हुए विमानन नियामक DGCA ने सख्त कार्रवाई की है। उसने स्पाइसजेट के पायलट-इन-कमांड का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है। यह सस्पेंशन छह महीने लागू रहेगा। सह-पायलट के इनपुट को नजरअंदाज करने के लिए ऐसा किया गया है। 1 मई को मुंबई से पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर जा रहे बोइंग बी737 विमान को उतरते समय दुर्घटना का सामना करना पड़ा था। लैंडिंग से ठीक पहले स्पाइसजेट की एसजी-945 फ्लाइट तूफान में फंस गई थी। इसके कारण केबिन में मौजूद सारा सामान गिरने लगा था। विमान में मौजूद कई पैसेंजरों को गंभीर रूप से चोटें आई थीं।
जानकारी के मुताबिक, पायलट-इन-कमांड (PIC) के सह-पायलट ने कैप्टन को बादलों से बच-बचकर चलने की पहले ही सूचना दी थी। इनके बीच से गुजरने से आगाह किया गया था। हालांकि, उन्होंने वॉनिंग को नजरअंदाज किया।
यह घटना 1 मई की है। तब बोइंग बी737 विमान की फ्लाइट एसजी-945 मुंबई से दुर्गापुर के लिए रवाना हुई थी। दुर्गापुर में लैंडिंग के समय जबर्दस्त उथलपुथल हुई थी। इसके कारण काफी बड़ी संख्या में पैसेंजरों को चोटें आई थीं।
इस फ्लाइट में कुल 195 लोग सवार थे। इनमें दो पायलट और चार केबिन क्रू मेंबर भी शामिल थे। मुंबई से शाम 5.13 बजे विमान ने उड़ान भरी थी। हादसा टलने के बाद स्पाइसजेट ने घटना पर खेद जताया था।