ग्वालियर। बंगाल की खाड़ी और आस-पास के क्षेत्रों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना है और इसके मध्यप्रदेश तक प्रभावी रहने की संभावना है। इसके असर से शनिवार तक अंचल पर घटाएं छाने लगेंगी और कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती हैं। वहीं 21 और 22 अगस्त को अंचल में अच्छी बरसात होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार ताजा मौसम प्रणाली के अब एक डिप्रेशन के रूप में शक्तिशाली होने की संभावना बढ़ रही हैं। इस कारण 21 अगस्त को पूर्वी मध्यप्रदेश एवं 22 अगस्त को पश्चिमी मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा भी हो सकती है। साथ ही कहीं-कहीं अत्यधिक भारी वर्षा होने की भी संभावना है। दरअसल कल से एक कम दबाव का क्षेत्र पूर्वोत्तर एवं आसपास पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र, बांग्लादेश और म्यांमार तटों पर बना हुआ है, जो कई क्षेत्रों पर कायम है। वहीं इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए इसके कल सुबह बंगाल की उत्तरी खाड़ी और उससे सटे पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर शक्तिशाली होकर एक अवसाद में केन्द्रित होने की संभावना है। इसके बाद इसके गंगीय पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, झारखंड और उत्तर छत्तीसगढ़ में पश्चिम और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। मानसून की ट्रफ औसत समुद्र तल पर अब दक्षिण-पूर्वी पाकिस्तान और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर स्थित अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र चुरू, दिल्ली, बरेली, हिमालय की तलहटी में एवं मालदा, कोलकाता, और वहां से दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्वोत्तर सहित आसपास पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र, बांग्लादेश और म्यांमार तटों पर बने निम्न दबाव का क्षेत्र के केन्द्र से होकर गुजर रहा है।
शिफ्ट हो रही मानसून ट्रफ
वर्तमान मानसून ट्रफ का पश्चिमी छोर सामान्य स्थिति से उत्तर की ओर शिफ्ट होने की संभावना है तथा अगले 2-3 दिनों के दौरान इसके इसी स्थिति में बने रहने की संभावना है। वहीं इसी अवधि में इसका पूर्वी छोर सामान्य स्थिति से दक्षिण के साथ होने की संभावना है। साथ ही बंगाल की उत्तरी खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना के प्रभाव में आने वाले 24 से 48 घंटों के दौरान पूर्वी मध्यप्रदेश में अधिकांश से अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है।