कोलकाता। पश्चिम बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार के एक बयान पर हंगामा खड़ो हो गया है। मंगलवार को उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से झंडे के साथ लाठी लेकर चलने और पार्टी के राज्य सचिवालय तक 7 सितंबर के विरोध मार्च के दौरान उन्हें रोकने के प्रयास किए जाने पर विरोध करने की अपील की है। उनके इस आह्वान की सत्तारूढ़ टीएमसी ने तीखी आलोचना की है। टीएमसी ने भगवा पार्टी पर “राज्य के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश” करने का आरोप लगाया है।
उत्तर 24 परगना जिले के मध्यमग्राम में एक रैली को संबोधित करते हुए मजूमदार ने कहा कि अगर मार्च को रोकने के प्रयास किए गए तो कड़ा विरोध होगा। उन्होंने कहा, “7 सितंबर को हम राज्य में भ्रष्ट टीएमसी शासन का विरोध करने के लिए नबन्ना (राज्य सचिवालय) तक मार्च करेंगे। लेकिन अगर हमें रोका गया, तो कड़ा विरोध होगा। मैं आप सभी से झंडे के साथ लाठी ले जाने का अनुरोध करता हूं।”
ममता सरकार में मंत्री रहे दो मंत्रियों की गिरफ्तारी के बाद टीएमसी के खिलाफ भाजपा 7 सितंबर को विरोध-प्रदर्शन करने जा रही है। आपको बता दें कि इसी दिन कांग्रेस पार्टी अपनी पद यात्रा भी शुरू करने वाली है। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए बंगाल बीजेपी चीफ मजूमदार ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को आत्मरक्षा का अधिकार है। उन्होंने कहा, “हमारे संविधान के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति को आत्मरक्षा का अधिकार है। अगर कोई हमला करने की कोशिश करता है तो आप हमेशा अपनी रक्षा के लिए कदम उठा सकते हैं।”
उनकी टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा, “भाजपा राज्य के शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रही है। पश्चिम बंगाल में भगवा पार्टी और उसके नेताओं की कोई विश्वसनीयता नहीं है।”