जुलाई महीने में थोक महंगाई की यह दर खासतौर पर मिनिरल ऑयल, खाद्य पदार्थों, क्रूड पेट्रोलियम और नेचुरल गैस, बेसिक मेटल, ऊर्जा, केमिकल और उससे जुड़े उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण रही।
देश में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर जुलाई महीने में 13.93% (अस्थायी) रही। इसमें 2022 के जून महीने की तुलना में थोड़ी गिरावट दिख रही है। जून महीने में थोक महंगाई दर में बीते वर्ष की तुलना में 15.18% प्रतिशत का उछाल दिखा था।
जुलाई महीने में थोक महंगाई की यह दर खासतौर पर मिनिरल ऑयल, खाद्य पदार्थों, क्रूड पेट्रोलियम और नेचुरल गैस, बेसिक मेटल, ऊर्जा, केमिकल और उससे जुड़े उत्पादों की कीमतों में राहत के कारण रही। सरकार की ओर से मंगलवार को आंकड़े जारी कर इस बात की जानकारी दी गई।
बता दें कि बीते मई महीने में थोक महंगाई दर बढ़कर पिछले तीन दशकों के उच्चतम स्तर 16.63% पर पहुंच गई थी। जुलाई 2021 में यह दर 11.57% रही। बता देंं कि थोक महंगाई दर लगातार 16 महीनों से 10% से ऊपर बनी हुई है। हालांकि पिछले पांच महीनों के दौरान जुलाई 2022 में थोक महंगाई की सबसे कम दर दर्ज की गई है।