उमरिया। विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर जिले भर से आये हजारों की संख्या में आदिवासियों ने जिला मुख्यालय स्थित सामुदायिक भवन में एकत्रित होकर नगर के प्रमुख सड़को में रैली निकालकर हुंकार भरी है।इस दौरान उनके द्वारा लगाए जा रहे नारो में भारत देश हमारा है,हम है यहाँ के मूल निवासी प्रमुख रहा है।
आज 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर उमरिया जिले तमाम कोने कोने से आये आदिवासियों का जिला मुख्यालय स्थित सामुदायिक भवन में एकत्रीकरण किया गया जिसके बाद नगर के प्रमुख मार्ग हॉस्पिटल चौराहा, जय स्तंभ चौक,पुराना बस स्टैंड होकर रेल्वे स्टेशन चौराहा स्थित वीरांगना रानी दुर्गावती की मूर्ति पर माल्यार्पण कर रैली सगरा मंदिर से होते हुए पार्क कार्यालय से सामुदायिक भवन पहुंची थी।जिसके बाद आदिवासियों का परंपरागत भेष भूषा में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें आदिवासी नृत्य,सैला कर्मा सहित अन्य प्रोग्राम किया गया। इसके अलावा आदिवासी समाज के अलग अलग क्षेत्रीय संगठन के लोग शामिल हुए जिनमे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के द्वारा प्रमुख रूप से कार्यक्रम का आयोजन और संचालन किया गया।
आयोजन में पंहुचे आदिवासियों ने बताया की पूर्वजो के द्वारा स्थापित की गई सांस्कृतिक धरोहर की याद में आज विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है। इसके साथ ही यह भारत देश हमारा है क्योंकि इस देश का आदिवासी ही यहां का मूल निवासी है। आज भारत देश मे कितनी भी सरकार राज करे, विकास की नई-नई ऊचांइयों को छुए लेकिन इस देश की जड़ो को आदिवासियों ने ही अपने खून,पसीने से सींचकर मजबूत बनाया है ।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने 28 वर्ष पूर्व 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के रूप में मान्यता प्रदान की और यह माना कि आदिवासियों में अलग तरह की सांस्कृतिक विरासत है जिसे सरंक्षित करने की जरूरत है। विश्व आदिवासी सम्मेलन में विभिन्न जिलों एवं ग्रामो से हजारों की संख्या में जनजातीय समुदाय ने हिस्सा लिया इस दौरान आदिवासी समाज के चिंतकों ने समाज मे व्याप्त अशिक्षा कुरूति पर सामाजिक व्याख्यान देते हुए आदिवासियों को शिक्षित होने और अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने की सलाह दी।