सेब, केला, संतरा, अनार, पपीता- ये कुछ ऐसे फल हैं जिन्हें आप हर सीजन में खाते हैं और इन्हें खाने के फायदों के बारे में तो हम सब जानते हैं। लेकिन हम आपको बता रहे हैं उन फ्रूट्स के बारे में जिनके बारे में कम लोग जानते हैं लेकिन अपने औषधीय गुणों की वजह से सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद है। ऐसा ही एक फल है क्रैनबेरी। लाल रंग का ये बेहद छोटा लेकिन टेस्टी फल क्रैनबेरीज, न्यूट्रिएंट्स का पावरहाउस है। आपने क्रैनबेरी का जूस तो जरूर पिया होगा और शायद सॉस भी खाया हो लेकिन अब क्रैनबेरी को फल के तौर पर अपने डेली डायट में शामिल करने का समय आ गया है। इस फल को खाने के कितने फायदे हैं, यहां जानें।
यूटीआई की समस्या दूर करती है क्रैनबेरी
यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन की समस्या दूर करने में फायदेमंद मानी जाती है क्रैनबेरीज और महिलाओं सालों से इसका इस्तेमाल करती आ रही हैं। इस बार में अब तक हो चुकी बहुत सी रिसर्च में यह बात साबित भी हो चुकी है कि हर दिन क्रैनबेरीज खाने या इसका जूस पीने से यूरिन इंफेक्शन की समस्या को दूर किया जा सकता है। क्रैनबेरीज में पीएसी नाम का तत्व पाया जाता है तो बैक्टीरिया को यूरिनरी ट्रैक्ट में चिपकर इंफेक्शन फैलने से रोकता है।
कैंसर सेल के विकास को रोकता है
रिसर्च में यह बात भी साबित हो चुकी है कि क्रैनबेरीज में मौजूद फाइटोकेमिकल्स ट्यूमर या कैंसर के सेल्स को बढऩे से रोकता है जिससे ब्रेस्ट कैंसर, कोलोन कैंसर, लंग कैंसर जैसी बीमारियों को बढऩे से रोका जा सकता है। इतना ही नहीं, क्रैनबेरीज को अपनी डेली डायट में शामिल करने से बहुत तरह के कैंसर को होने से भी रोका जा सकता है। क्रैनबेरी में ऐंटी-कार्सिनोजेनिक कम्पाउंड पाया जाता है जो शरीर में कैंसर के सेल्स को बढऩे से रोकता है।
आंतों को हेल्दी बनाने में मददगार
गट यानी आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया को बढ़ाने और हानिकारक बैक्टीरिया को दूर करने में मदद करती है क्रैनबेरीज। शरीर में मौजूद गट बैक्टीरिया का बैलेंस बना रहना जरूरी है ताकि भोजन में मौजूद फायदेमंद कंपाउंड को निकालकर शरीर तक पहुंचाया जा सके और पेट खराब होने से बच जाए। साथ ही साथ क्रैनबेरीज में मौजूद पीएसी एक और तरह के बैक्टीरिया को दबाने में मदद करता है जो पेट में अल्सर के लिए जिम्मेदार होता है।
किडनी स्टोन की समस्या होगी दूर
क्रैनबेरीज में क्वीनिक ऐसिड के साथ-साथ कई दूसरे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो किडनी में स्टोन होने की समस्या से रोकता है। साथ ही किडनी को डिटॉक्स करने में भी मदद करता है ताकि किडनी की सही तरीके से सफाई हो पाए।
मुंह की बीमारियां रहें दूर
अगर आप चाहते हैं कि आप हर तरह के डेंटल प्रॉब्लम से दूर रहें आपकी सांस हमेशा ताजी बनी रहे और मुंह या सांस से बदबू की समस्या का सामना न करना पड़े तो क्रैनबेरीज खाना शुरू कर दें। क्रैनबेरी में प्रोऐन्थोसाइनिडिन पाया जाता है जो मुंह में प्लाक, कैविटीज और मसूड़ों से जुड़ी बीमारी फैलाने वाले बैक्टीरिया को रोकने में मदद करता है।
दिल से जुड़ी बीमारियां नहीं होती
क्रैनबेरीज में पॉलिफेनॉल्स भी पाया जाता है और यह एक ऐसा तत्व है तो कार्डियोवस्कुलर डिजीज यानी दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद करता है। 2019 में हुई एक स्टडी में यह बात साबित हो चुकी है कि अगर डायट में क्रैनबेरीज को शामिल किया जाए तो दिल से जुड़ी बीमारी होने का खतरा काफी कम हो जाता है। साथ ही साथ ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है।
कलेस्ट्रॉल की समस्या होगी दूर
क्रैनबेरीज का सेवन करने से शरीर का बीएमआई भी कम होता जिससे शरीर में गुड कलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ता है और बैड कलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही साथ ब्लड शुगर का लेवल भी कंट्रोल में रहता है। आप चाहें तो क्रैनबेरीज का जूस या पाउडर का सेवन भी कर सकते हैं।
इन्फ्लेमेशन की समस्या होगी दूर
इन्फ्लेमेशन यानी सूजन-जलन बहुत सी बीमारियों की मुख्य वजह होती है। कैंसर, आर्थराइटिस, डायबीटीज ये सब शरीर में इन्फ्लेमेशन होने की वजह से ही होता है। ऐसे में ऐंटी इन्फ्लेमेट्री फूड खाने से इन्फ्लेमेशन को कम करने में मदद मिलती है और क्रैनबेरी ऐसा ही एक फूड है जिसमें पॉलिफेनॉलिक कम्पाउंड पाया जाता है जो कैंसर और हार्ट डिजीज समेत कई बीमारियों को रोकने में मदद करता है।
वेट लॉस में मददगार
क्रैनबेरीज में ऐंटिऑक्सिडेंट्स की मात्रा भी भरपूर होती है और इस वजह से शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है। साथ ही साथ फैट भी कम होने लगता है जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है। साथ ही क्रैनबेरीज में ढेर सारा फाइबर भी होता है इसलिए इसे खाने के बाद लंबे समय तक आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है और आपको भूख भी नहीं लगती।