रायपुर-मुंगेली/ मुंगेली जिले में आज 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर प्रातः 11 बजे से जिला कलेक्टोरट परिसर में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया हैं जिसमें छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं बिल्हा विधानसभा क्षेत्र के विधायक धरम लाल कौशिक कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम में बिलासपुर लोक सभा क्षेत्र के सांसद अरुण साव, मुंगेली विधानसभा क्षेत्र के विधायक पुन्नू लाल मोहले, लोरमी विधानसभा क्षेत्र के विधायक धर्मजीत सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लेखनी सोनू चंद्राकर, छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू, नगर पालिका परिषद मुंगेली के अध्यक्ष हेमेन्द्र गोस्वामी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजीत बनर्जी, छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मण्डल के सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्य श्रीमती अम्बालिका साहू, छत्तीसगढ़ भवन सन्निर्माण कर्मकार मंडल के सदस्य श्याम जायसवाल, छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति प्राधिकरण के सदस्य सुश्री रत्नावली कौशल, छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के सदस्य एवं पार्षद प्रभु मल्लाह, आदर्श कृषि उपज मंडी समिति के अध्यक्ष आत्मा सिंह क्षत्रिय और मुंगेली जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गायत्री रामफल साहू विशिष्ट अतिथि होंगे। जिसमें आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त सुश्री शिल्पा साय ने संबंधितों को निर्धारित समय व स्थान पर उपस्थित होने का आग्रह किया था।
आखिर भाजपा-कांग्रेस के जनप्रतिनिधि व नेता कैसे मनाएंगे ‘विश्व आदिवासी दिवस’…
आपको बता दे कि अभी हाल ही में दैनिक भारत-भास्कर के द्वारा मुंगेली जिले के ही लोरमी विकासखंड के वनग्राम जल्दा में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र बैगा आदिवासियों के विस्थापन मामले में हुए घोटाले की शिकायत और उससे जुड़ी कई बातों को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था।
आपको बता दे कि इस विस्थापन भ्रष्टाचार मामले में हुए शिकायत में अधिकारियों के साथ-साथ राजनीति से जुड़े लोगों का भी नाम सामने आ रहा था, जिनका शिकायत में नाम भी उल्लेखित हैं। यह विस्थापन भ्रष्टाचार मामला भले ही 2011 का हैं, तब विभिन्न पहलुओं को लेकर तत्कालीन एसडीओपी द्वारा जांच किया गया था, साथ ही 2019 में भी मुंगेली जिले के तत्कालीन एडिशनल एसपी द्वारा इस मामले में जांच कर रिपोर्ट सौंपा जा चुका हैं…जिसकी पूरी विस्तृत जानकारी आगामी अंक में प्रकाशित की जाएगी।
आज 9 अगस्त को ‘विश्व आदिवासी दिवस’ पर आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर मुंगेली जिले में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं, लोगों ने कहा कि जब मुंगेली जिले के ही लोरमी विकासखंड के वनग्राम जल्दा के आदिवासियों की दयनीय स्थिति, मूलभूत सुविधाओं के अभाव में उनके जीवन व्यापन, साथ ही बैगा आदिवासियों के लिए केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा बनाई गई योजनाओं की राशि डकार जाने तथा विस्थापन भ्रष्टाचार की बात सामने आई हैं तो यह एक प्रकार से राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र बैगा आदिवासियों का अपमान ही हैं और ऐसे में जब बैगा आदिवासियों की दयनीय स्थिति और उनके विस्थापन को लेकर हुए घोटाले की शिकायत, बात सामने आने पर भी कांग्रेस और भाजपा सहित अन्य दलों के नेताओं ने अपनी चुप्पी साध ली हैं। मुंगेलीवासियों ने आगे कहा कि ऐसे में आज 9 अगस्त को भाजपा-कांग्रेस के नेता किस मुंह से “विश्व आदिवासी दिवस” मनाएंगे ? अब देखना यह हैं कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुंगेली में आज आयोजित इस कार्यक्रम में नेतागण केवल भाषणबाजी और माला पहनने तक ही सीमित रहते हैं, या बैगा आदिवासियों के लिए जमीनी स्तर की लड़ाई भी लड़ते हैं ?
लोरमी विकासखंड के वनग्राम जल्दा में आदिवासियों के विस्थापन के घोटाले की शिकायत जैसी ही प्राप्त हुई, मामला सुर्खियों में आया, मुंगेली भाजपा की ओर से ज्ञापन देने की बात सामने आ रही थी, परंतु मुंगेली भाजपा ने इस मामले में ज्ञापन नहीं दिया, यह बात जनता को हजम नहीं हुई, क्या यह कांग्रेस सरकार का डर हैं या कुछ और ? भले ही अभी हाल ही में भाजयुमो द्वारा कुछ दिन पहले किये गए कलेक्टर घेराव कार्यक्रम के सभा स्थल में विस्थापन घोटाले की बात मंच से कही गई, पर ज्ञापन से परहेज करना समझ से बाहर हैं ? इससे यह तो प्रतीत होता हैं कि बैगा आदिवासियों की सुध लेने वाला कोई नहीं ? राजनीतिक दलों व नेताओं के द्वारा भी वोट बैंक की राजनीति को लेकर भोले-भाले आदिवासियों से झूठे वायदे कर उन्हें नारकीय जीवन जीने छोड़ दिया जाता हैं।