रायपुर/बिलासपुर। कोरिया जिले में एसईसीएल की चरचा कालरी खदान में शुक्रवार की मध्य रात्रि में भूकंप के झटके आने से दो अफसर घायल हो गए जिन्हें बेहतर इलाज के लिए अपोलो अस्पताल बिलासपुर में भर्ती किया गया है जहां दोनों की हालत डॉक्टरों ने खतरें से बाहर बताई है। भूकंप की तीव्रता 4.6 रिक्टर मापी गई हैं।
पिछले दिनों देश के अलग-अलग हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे है, गुरुवार की मध्य रात्रि में कोरिया जिले के चरचा कालरी क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। बताया जाता है कि जिस समय भूकंप के झटके आए उस समय एसईसीएल की खदानों में कोयला निकालने का काम किया जा रहा था और यह कार्य मशीनों के द्वारा हो रहा था। उस समय वहां पर अफसर संजीव कुमार (44 वर्ष) और इंद्रजीत पाल (53 वर्ष) उपस्थित थे। एकाएक कोयला भरभरा कर गिरा और वे अपने बचाव के लिए वहां से निकल भागे।
एसईसीसएल प्रबंधन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कोयले की इस खदान में कोयला खनन का कार्य मशीनों के द्वारा किया जाता है जिसकी वजह से यहां पर मजदूरों की संख्या नहीं रहती। एकाएक आए इस भूकंप से दोनों अफसर घबरा गए और बाहर निकलने के प्रयास में गिर पड़े, संजीव कुमार की गर्दन और इंद्रजीत को सिर में चोट पहुंची है, दोनों को पहले चरचा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले लाया गया जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए एसईसीएल प्रबंधन ने अपने दोनों अफसरों को बिलासपुर स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत बेहतर बताई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। प्रबंधन ने कहा है कि इसके अलावा और किसी भी प्रकार की कोई जनहानि या नुकसान नहीं हुआ है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एसईसीएल के चरचा कालरी क्षेत्र में कल रात भूकंप की घटना में घायल दो कर्मचारियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है।