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PFI टेरर ट्रेनिंग कैंपः गिरफ्तार वकील और दारोगा पुलिस रिमांड पर, NIA की पूछताछ में खुलेंगे आतंक के राज; इन पहलुओं पर किए जा रहे सवाल

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पटना। बिहार की राजधानी पटना के फुलवारी से देश में हिंसा फैलाने की साजिश में गिरफ्तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के दो और संदिग्धों से पुलिस व जांच एजेंसियों ने शनिवार की देर शाम से पूछताछ शुरू कर दी है। एसीजेएम कोर्ट से 48 घंटे की पुलिस रिमांड की अनुमति मिलने के बाद शनिवार की शाम पुलिस ने बेऊर जेल में बंद झारखंड के रिटायर दारोगा मो. जलालुद्दीन व फुलवारी जेल से वकील नुरुद्दीन जंगी को अपने साथ ले आई। इसकी पुष्टि बेऊर जेल अधीक्षक इं. जितेंद्र कुमार व फुलवारी जेल अधीक्षक लाल बाबू ने की है। दोनों से पुलिस व जांच एजेंसियों से जुड़े अफसर आमने-सामने व अलग-अलग बैठाकर पूछताछ कर
रहे हैं। पूछताछ के दौरान दोनों संदिग्धों के समक्ष पीएफआई के नेटवर्क, फंडिंग, पीएफआई से जुड़े सदस्यों से संबंधित सवाल दागे गए हैं।
दरअसल, रिटायर दारोगा के फुलवारी नया टोला स्थित अहमद पैलेस में ही पीएफआई का कार्यालय खोला गया था। इसका खुलासा पीएफआई से जुड़े व गिरफ्तार अतहर परवेज ने किया था। इस मामले में पुलिस अबतक जेल गए अतहर परवेज, अरमान मलिक व गजवा-ए-हिंद के संदिग्ध मरगूब अहमद दानिश उर्फ तारिक को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर चुकी है।
JMB के साथ PFII के कनेक्शन की भी होगी जांच
एनआईए इस मामले की जांच कई तथ्यों के आधार पर करेगी। इसमें सबसे प्रमुख फुलवारीशरीफ के पीएफआई मॉड्यूल का कनेक्शन बांग्लादेशी आतंकी संगठन जेएमबी (जमात-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश) और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के साथ तलाशना है। इसकी मुख्य वजह कुछ दिनों पहले एनआईए का जेएमबी के मुख्य एजेंट अली असगर उर्फ अब्दुल्ला बिहारी को गिरफ्तार करना है।
अली रहने वाला पूर्वी चंपारण के पलनावा के जैतापुर के सिसवनिया का रहने वाला है और भोपाल मॉड्यूल से उसका सीधा संबंध होने के कारण उसे गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 19 जुलाई को एनआईए की टीम ने पूर्वी चंपारण के तीन लोकेशन पर सर्च भी किया था, जिसमें कई जेहादी साहित्य समेत अन्य कई संवेदनशील सामग्री बरामद हुई थी। अली ने पूछताछ में कई अहम खुलासे किये हैं, जिसमें पीएफआई से जुड़ी कई अहम बातें भी हैं। इस आधार पर उसके कनेक्शन की तलाश पीएफआई मॉड्यूल से की जायेगी। 14 मार्च 2022 को भोपाल एसआईटी ने वहां के ऐशबाग इलाके से छह संदिग्धों को उठाया था, जिसमें तीन बांग्लादेशी थे और उनके ताल्लुक जेएमबी से थे।