मुजफ्फरनगर। कांवड़ यात्रा में हाईवे अब शिवमय होने लगा है। हर तरफ मार्गो पर शिवभक्त कांवडियों द्वारा लगाया जा रहा भगवान शिव का जयकारा गूंजने लगा है। अब प्रति घंटा दो से ढाई हजार कांवड़िये हरिद्वार की ओर से शहर की ओर हाईवे पर बढ़ रहे हैं, जबकि गंगनहर की पटरी से भी इस बार कांवड़ियों की संख्या पिछले वर्षों के मुकाबले अधिक है।
भगवान शिव का जयकारा लगाते हुए कंधे पर कांवड़ में गंगाजल लिए शिवभक्तों के कदम अपने गंतव्य की ओर बढ़ते जा रहे हैं। दिन में मौसम कुछ सुहावना रहने के बीच तेज बारिश आने पर भी शिवभक्तों के कदम नही रुके। वह लगातार हाईवे पर बढ़ते रहे। मुजफ्फरनगर के ह्रदयस्थल शिवचौक पर परिक्रमा करने के बाद कांवड़ियों की धारा अब विभाजित होने लगी है। अभी बड़ी संख्या में कांवडिए शामली रोड की ओर मुड़ रहे हैं तो काफी संख्या में कांवड़िये मेरठ की ओर भी निकलने लगे हैं। प्रशासन ने शिवभक्तों की परिक्रमा के लिए शिवचौक पर बेरिकेडिंग कर रखी है। इसमें केवल पैदल कांवड़िये ही शिवचौक की परिक्रमा कर सकते हैं। अब जत्थों में भी कांवडिए पहुंच रहे हैं। हरियाणा के महेंद्रगढ़, रिवाड़ी, हिसार आदि जिलों के कांवड़िये काफी संख्या में शिवचौक से होकर निकले। इस बार प्रशासन ने दो साल बाद शुरू हो रही कांवड़ यात्रा को लेकर व्यवस्था बनाने के प्रयास तो किए हैं।
बड़ी कांवड़ों के आगमन से हाईवे शिवमय : मुजफ्फरनगर में अब हरिद्वार की ओर से शिवभक्तों के साथ बड़ी कांवड़ भी आने लगी हैं। श्रीराममंदिर की झांकी की कांवड़ शिवचौक पर पहुंची तो आकर्षण का केंद्र रही। इस विशाल मंदिरनुमा कांवड को पहिए लगाकर शिवभक्त खींचते हुए चल रहे थे। मॉडल तो श्रीराम मंदिर का था लेकिन अंदर शिवलिंग स्थापित करने के साथ ही अखंड दिया भी जलाया हुआ था। इसी कांवड़ में गंगाजल के कलश भी स्थापित किए गए हैं। इसी तरह से कंधे पर रखी जाने वाली मंदिरनुमा दस फुट तक ऊंची कांवड़ भी शिवभक्त लेकर चल रहे हैं। रंगबिरंगी बड़ी कांवड़ों के आगमन से पूरा कांवड़ मार्ग भगवान शिव की भक्ति में रंगा हुआ दिखाई देता है।