रायपुर। छत्तीसगढ़ी और हिंदी के महत्वपूर्ण साहित्यकार डॉ परदेशी राम वर्मा 75 वर्ष के हो रहे हैं। साहित्य और संस्कृति के प्रति उनके योगदान को रेखांकित करते हुए छत्तीसगढ़ मित्र और गुरु घासीदास साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समिति के साथ राज्य की अनेक संस्थाओं को ओर से रविवार 17 जुलाई को राजेन्द्र नगर रायपुर स्थित गुरु घासीदास सांस्कृतिक भवन में सायं 5 बजे से अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया है।
आयोजन मंडल के डॉ जे आर सोनी और डॉ सुधीर शर्मा ने बताया कि लगभग एक दर्जन अन्य संस्थाओं के पदाधिकारी भी इस अवसर पर डॉ वर्मा का अभिनंदन करेंगे। समारोह के मुख्य अतिथि पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो केशरीलाल वर्मा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ मित्र के संपादक डॉ सुशील त्रिवेदी और विशिष्ट अतिथि डॉ चित्तरंजन कर, गिरीश पंकज, केपी खांडे और डॉ अनिल भतपहरी सचिव छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग होंगे।
उल्लेखनीय है कि कहानी, उपन्यास, आलेख, निबंध और अन्य क्षेत्रों में डॉ परदेशी राम वर्मा पिछले पचास वर्षों से सृजनरत हैं। राज्य अलंकरण और डी लिट् की मानद उपाधि सहित अनेक सम्मान उन्हें प्राप्त हो चुके हैं। देश विदेश में उनकी ख्याति है और छत्तीसगढ़ी के लिए वे निरंतर स्तरीय कार्य कर रहे हैं। उनकी कहानियां और उपन्यास छत्तीसगढ़ के विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन पाठ्यक्रमों में शामिल हैं।