चंडीगढ़। 1985 के एयर इंडिया कनिष्क बम विस्फोट मामले में आरोपी रहे रिपुदमन सिंह मलिक की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करने की वजह से हत्या कर दी है। इंटेलिजेंस ब्यूरो को इस बात का शक है। आईबी ने संकेत दिया है कि यह भारत के साथ दोस्ताना संबंध रखने वाली आवाज़ों को डराने की एक कोशिश हो सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के लिए उन्हें “कौम का गद्दार” तक कहा गया था। आपको बता दें कि गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों की शहादत के लिए 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में घोषित किया गया था।
रिपुदमन सिंह मलिक एक व्यापारी के साथ-साथ खालसा क्रेडिट यूनियन और खालसा स्कूलों के संस्थापक भी थे। उनकी कथित भारत विरोधी गतिविधियों के लिए भारत में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। उनका नाम सितंबर 2019 में ब्लैकलिस्ट से हटा दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने उसी साल दिसंबर में भारत का दौरा किया।
इस साल जून में अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह तीन दिनों के लिए कनाडा जाने वाले थे। कार्यक्रम में खालसा कॉलेज की नींव रखना भी शामिल था। मलिक के समारोह में जत्थेदार के दौरे का कुछ समूहों ने विरोध किया। उन्होंने कार्यक्रम स्थल का घेराव करने की धमकी दी। इसके बाद दौरा रद्द कर दिया गया।
बाद में मलिक ने एक टीवी टॉक शो में भारत विरोधी तत्वों को सिखों का दुश्मन कहा। उन्होंने कहा, “इन लोगों ने विदेशी सरकारों की ओर से काम किया है।” कैलगरी स्थित एक पत्रकार ने कहा, “मलिक कनाडा में कुछ संगठनों के पक्ष में नहीं थे और विभिन्न अवसरों पर उन्हें उकसाने के लिए चर्चा में बने रहे।” मलिक ने हाल ही में धार्मिक आदेश के उल्लंघन में भारत के बाहर गुरु ग्रंथ साहिब की छपाई से जुड़े होने के लिए भी विवाद खड़ा किया था। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने अभी तक हत्या पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है। पुलिस का कहना है कि जांच प्रारंभिक चरण में है और अभी भी संदिग्ध की तलाश कर रही है।