भिलाईनगर। संयंत्र के टाउनशिप एवं संयंत्र में वर्षा जल संरक्षण के लिए लगाये गये रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को स्कॉच ग्रुप द्वारा आयोजित इण्डिया हैबिटेट सेंटर नई दिल्ली में आयोजित ‘स्कॉच समिट-2020‘ के दौरान प्रतिष्ठित ‘सेमी फाइनलिस्ट स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट‘से भिलाई इस्पात संयंत्र को सम्मानित किया गया।
विदित हो कि, इस प्रतिष्ठित पुरस्कार हेतु संयंत्र के नगर सेवाएँ विभाग के मुख्य महाप्रबंधक एस. के.घोष, मोहन देशपाण्डे तथा महाप्रबंधक पर्यावरण प्रबंधन के मार्गदर्शन में नामांकन दाखिल किया गया था। प्रारम्भिक चरण में चयन होने के पश्चात् सहायक महाप्रबंधक डॉ.आर.पी.देवांगन ने दिल्ली में विषय विशेषज्ञ जूरी के समक्ष प्रस्तुतिकरण दिया। तत्पश्चात् देश के शीर्ष 15 प्रतिशत श्रेष्ठता सूची में इस प्रोजेक्ट को चयनित किया गया तथा भिलाई इस्पात संयंत्र को वर्षा जल संरक्षण क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए ‘सेमी फाइनलिस्ट स्कॉच आर्डर ऑफ मेरिट‘ अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस अवार्ड को नई दिल्ली में केन्द्रीय सरकार के सचिवों, अर्थशास्त्रियों, विषय विशेषज्ञों, बहुपक्षीय संस्थाओं और मीडिया सहित देश भर के लगभग 300 प्रतिनिधियों के समक्ष प्रदान किया गया।
22 फरवरी को कार्यपालक निदेशक कार्मिक एवं प्रशासन के कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में इस प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड को मुख्य महाप्रबंधक एस.के.घोष, महाप्रबंधक मोहन देशपाण्डे एवं सहायक महाप्रबंधक डॉ.आर.पी.देवांगन द्वारा कार्यपालक निदेशक एस.के.दुबे को सौंपा गया। भिलाई इस्पात संयंत्र सदैव ही निरतंर रूप से पर्यावरण संरक्षण के तहत विभिन्न कार्ययोजनाओं का संचालन कर रहा है। पिछले 15 वर्षों से जल संरक्षण के तहत रूफटॉप रेनवॉटर हार्वेस्टिंग, रिचार्ज पाण्ड का निर्माण एवं जल संरक्षण के विभिन्न कार्ययोजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जो भूजल-पुनर्भरण में सहायक सिद्ध हो रहे हैं। विदित हो कि स्कॉच अवार्ड की स्थापना वर्ष 2003 में की गई। यह एक स्वतंत्र संगठन द्वारा प्रदान किये जाने वाले देश का प्रतिष्ठित सम्मान है। यह उन लोगों, परियोजनाओं और संस्थानों को सम्मान प्रदान करता है जो देश को एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए उत्कृष्ट परियोजना निर्माण करते हैं या ऐसी परियोजना का उत्कृष्ट संचालन करते हैं। स्कॉच अवार्ड डिजिटल, चिकित्सा, वित्तीय, सामाजिक परिवेश, विज्ञान एवं टेक्नॉलाजी के क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रयासों को शामिल करता है एवं इन क्षेत्रों के सर्वश्रेष्ठ प्रयासों को सम्मानित करता है। यह शासन के विभिन्न उपक्रमों में सर्वश्रेष्ठ कार्य-संस्कृति को भी सम्मानित करता है। इन पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया कड़े मापदण्डों से होकर गुजरती है। विजेताओं की चयन प्रक्रिया, नामांकन, विषय विशेषज्ञों द्वारा मूल्यांकन, जूरी मूल्यांकन, शार्टलिस्टेड नामितों की प्रस्तुति, समूह चर्चा और प्रतिस्पर्धी मूल्यांकन पर आधारित होती है।