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मासूम बच्चों के साथ हादसों का इंतजार…? जान पर खेल शिक्षा ग्रहण करने मासूम मजबूर… जर्जर स्कूल भवन, कमरों में भरा पानी…टपकती छत के नीचे लग रही मासूम बच्चों की क्लास… सीलन से बचाने और जर्जर दीवार को छिपाने अभिभावकों ने लगवाए शिक्षाप्रद पोस्टर…DEO का अभिभावकों को गैरजिम्मेदाराना जवाब…

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स्वतंत्र तिवारी – 9752023023

मुंगेली/ मुंगेली नगर के अंबेडकर वार्ड में बीआरसी के पास संचालित इग्नाईट स्कूल समस्याओं से घिरा हुआ हैं, हालात ये हैं कि यहां अध्यनरत मासूम बच्चों पर कभी भी कोई बड़ी आफत आ सकती हैं, जिसे लेकर अभिभावकों में चिंता की लकीरें साफ दिखाई देती हैं।
इग्नाईट स्कूल में मासूम बच्चे इन दिनों बरसाती पानी से लबालब कक्षों में पढ़ने को मजबूर हैं, जर्जर हो चुके स्कूल भवन की छत व दीवारों से बरसाती पानी कमरों में घुस रहा है, साथ ही समुचित मैदान न होने के कारण उसका पानी कमरों में घुस जाता हैं जिसके चले पूरा कमरा पानी से भर जाता हैं, जहां बच्चों को बैठाकर पढ़ाना नामुनकिन हैं। फिर भी बच्चे सीलन से भरे कमरे में पढ़ने को मजबूर हैं। यह स्कूल भवन हादसों का सबब बना है, भवन की हालत अत्यंत दयनीय हो चुकी है, जिससे इन दिनों बरसाती पानी कमरों में घुस रहा है। जब कमरों में पानी भर जाता हैं तो एक ही कमरे में 2 कक्षाएं लगाई जाती हैं, 14 जुलाई गुरुवार को यहां अधिकांश कमरे पानी से भरे थे, जिसके चलते कुछ कक्षाओं के बच्चों की छुट्टी करनी पड़ी। इग्नाईट/ठक्कर बापा वार्ड स्कूल परिसर बारिश के पानी से लबालब हो गया है, परिसर में पानी भरने के अलावा कक्षों में भी पानी भर गया है जिससे स्कूल की सामग्रियों के नुकसान होने की संभावना हैं, साथ ही पानी के साथ-साथ जहरीले जीव जंतुओं के भी आ जाने से बच्चों और अभिभावकों में भय का माहौल बना हुआ है। 
शिक्षा विभाग और स्थानीय प्रशासन की उदासीनता एवं जल निकासी के लिये उचित नाली निर्माण नहीं किए जाने के कारण हर बरसात में इस विद्यालय प्रांगण में जलभराव की स्थिति निर्मित हो जाती है। इस स्कूल में बच्चों के लिए शौचालय और पेयजल की भी व्यवस्था सही नहीं हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंगेली शहर के अंबेडकर वार्ड में बीआरसी के बगल में ही ठक्कर बापा वार्ड स्कूल संचालित हैं, इस स्कूल में 4 कमरे और एक बीआरसी का हॉल हैं जहाँ ठक्कर बापा स्कूल की कक्षा 1 ली से 5 वीं तक की कक्षाएं दोपहर 12 बजे से 4:30 तक संचालित होती हैं। इसी स्कूल भवन में कक्षा 1 ली से 5 वीं तक की कक्षाएं सुबह 7:30 से 11:30 बजे तक इग्नाईट स्कूल संचालित होती हैं। इग्नाईट स्कूल में करीब 370 से अधिक बच्चे हैं जिनमें केवल 2 ही शिक्षक हैं, शिक्षकों की कमी से भी यह स्कूल जूझ रहा हैं। आपको बता दे कि ”कसौटी महाभियान” में इसी इग्नाईट स्कूल ने टॉप किया था। वर्तमान में यह स्कूल अपनी बदहाली पर आँसू बहा रहा हैं।
अभिभावकों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह इग्नाईट स्कूल पहले आत्मानंद स्कूल दाऊपारा में लगता था, जब स्वामी आत्मानंद स्कूल का निर्माण हो रहा था तब तत्कालीन कलेक्टर द्वारा इग्नाईट स्कूल को अस्थायी तौर पे ठक्कर बापा स्कूल में शिफ्ट कर दिया गया था और यह कहा गया था कि आत्मानंद स्कूल का निर्माण हो जाने के बाद पुनः इग्नाईट स्कूल का संचालन वहां किया जाएगा, परंतु आत्मानंद स्कूल के निर्माण होने के वर्षों बाद भी इग्नाईट स्कूल को वहां शिफ्ट या मर्ज नहीं किया गया। इन बातों से अभिभावकों में भारी आक्रोश हैं, अभिभावकों ने कलेक्टर से कई बार लिखित व मौखिक मांग भी की गई थी पर आश्वासन के अतिरिक्त कुछ नहीं मिला।
स्कूल और पालकों से मिली जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले ही नपा अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी द्वारा मरम्मत कार्य के लिए डेढ़ लाख की घोषणा की गई थी, साथ ही कुछ सामग्री देने की बात की गई थी परंतु जिस हिसाब से भवन और मैदान के मरम्मत और निर्माण की आवश्यकता हैं उस हिसाब से यह राशि बहुत कम बताया जा रहा हैं।
अभिभावकों ने बताया कि वे इग्नाईट स्कूल की समस्याओं को लेकर कई बार जिला शिक्षा अधिकारी से बोल चुके हैं पर जिला शिक्षा अधिकारी ने उसने जो कहा ये आप अभिभावक की जुबानी इस VDO में सुनिए…

जर्जर दीवार को छिपाने अभिभावकों ने लगवाए शिक्षाप्रद पोस्टर…

आपको बता दे कि इग्नाईट और ठक्कर बापा स्कूल भवन की दीवारें बहुत ही ज्यादा जर्जर हो चुकी हैं, जो बाहर से बहुत ही बेकार दिखता हैं और अंदर से सीलन भी आता हैं, जिसके वैकल्पिक व्यवस्था बनाते हुए अभिभावकों ने ज्ञानवर्धक, शिक्षाप्रद पोस्टर बनवा उस जर्जर दीवारों में लगा दिया गया हैं ताकि दीवारों की खूबसूरती बढ़ जाये। साथ ही पिछले साल ही अभिभावकों की मदद से ही स्कूल अंदर प्रवेश करने के लिए चलने योग्य सड़क का निर्माण कराया गया हैं, लेकिन उसके बाद भी बरसात में पानी भर जाने की स्थिति में ईंट रख कक्षा तक पहुंचा जाता हैं, शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन के अधिकारियों को चाहिए कि तत्काल यहां की अव्यवस्थाओं को दूर करें ताकि बच्चों की पढ़ाई सुचारू ढंग से चल सके।

अभिभावकों ने जर्जर और सीलन दीवार पर लगाया गया पोस्टर,,,बनाई गई पहुंच सड़क…

अभिभावकों द्वारा कलेक्टर कार्यालय में दिया जा चुका हैं ज्ञापन…

अभिभावकों द्वारा कलेक्टर मुंगेली को ज्ञापन देकर इंग्नाईट शास- प्राथ. शाला (अंग्रेजी) माध्यम मुंगेली को आत्मानंद विद्यालय (अंग्रेजी माध्यम) में मार्निंग शिफ्ट करने की मांग की गई थी। अभिभावकों ने बताया कि वर्तमान में इंग्नाईट शास-प्रा. शाला (अंग्रेजी माध्यम) का संचालन ठक्कर बापा स्कूल में संचालित है, वर्तमान में इस स्कूल की दर्ज संख्या 370 है. जिससे बैठक व्यवस्था के साथ ही साथ मैदान समतलीकरण, स्कूल भवन जर्जर पेयजल एवं शौचालय की समस्यायें हैं। इस स्थिति में इन सभी समस्याओं के समाधान हेतु इग्नाईट शासन प्राथ-शाला अंग्रेजी माध्यम को आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम के सुबह पाली में स्थानान्तरित किये जाने की मांग की गई थी, इस मांग पर पूर्व कलेक्टर गौरव सिंह द्वारा आश्वासन दिया गया था, उनके ट्रांसफर से बाद यह मामला पेंडिंग हो गया, हालांकि नए कलेक्टर गौरव सिंह से भी अभिभावकगण मुलाकात कर अपनी समस्याओं और मांगों को उनके समक्ष रखेंगे। पूर्व कलेक्टर ने अभिभावकों द्वारा दिये गए ज्ञापन को जनदर्शन रखा गया, जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने इग्नाईट स्कूल में भवन और शिक्षकों की व्यवस्था के संबंध में अपना प्रतिवेदन कलेक्टर को दिनांक 20.06.2022 को सौंप दिया। प्रतिवेदन में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विद्यालय में भर्ती हेतु शासन द्वारा दो पदों पर विज्ञापन जारी किया गया था वर्तमान में उक्त दोनों पदों पर भर्ती की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है। वर्तमान में दो शिक्षक पदस्थ है। उक्त विद्यालय को स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल दाऊपारा मुंगेली में संचालित करने के संबंध में ज्ञात हो कि कार्यालय कलेक्टर जिला मुंगेली के आदेश क्रमांक /953/इग्नाईट/शाला संचालन / 2020-21 मुंगेली, दिनांक 25.07.2020 द्वारा उक्त विद्यालय का संचालन एंड्रूज वार्ड दाऊपारा से परिवर्तित कर ठक्कर बापा वार्ड मुंगेली में करने हेतु आदेशित किया गया है। स्वामी आत्मानंद इंग्लिश स्कूल दाऊपारा, मुंगेली में वर्तमान में हिन्दी माध्यम की कक्षाएं सुबह प्रथम पाली एवं अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएँ द्वितीय पाली में संचालित है जिसमें कुल 1110 विद्यार्थी अध्ययनरत है। अतः उक्त विद्यालय को स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश स्कूल में शिफ्ट किया जाना संभव नहीं है।
जिला शिक्षा द्वारा कलेक्टर को भेजे गए इस प्रतिवेदन के बाद इग्नाईट के अभिभावकों में भारी आक्रोश हैं।

अभिभावकों द्वारा कलेक्टर को दिया गया ज्ञापन
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कलेक्टर को सौंपा गया प्रतिवेदन

जानकारी मिली हैं कि पत्रकारों के द्वारा जब इग्नाईट स्कूल का कवरेज के लिए निरीक्षण किया गया तो इसकी जानकारी होते ही नगर पालिका द्वारा इस स्कूल मैदान में जीरो गिट्टी डाला जा रहा हैं, हालांकि यह जरूरी नहीं कि इस जीरो गिट्टी से कक्षा में जलभराव न हो ?

क्या कहते हैं अभिभावक –

अखिलेश उपाध्याय – इग्नाईट स्कूल को आत्मानंद स्कुल में मर्ज कर दिया जाये या अन्य शासकीय भवन में स्थानांतरित कर छात्र – छात्राओं की संख्या के अनुपात में शिक्षकों की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।

अभिषेक जैन – इग्नाईट स्कूल सीबीएसई पेटर्न की एकलौती सरकारी स्कूल है, मगर ना इसके पास भवन है, ना ही पर्याप्त शिक्षक हैं, पढ़ने वाले बच्चे हर वर्ग से हैँ…. इनकी उपेक्षा ठीक नहीं, मैं संबंधित अधिकारियों से विशेष अनुरोध करता हूं कि आत्मानंद स्कूल की तरह इस स्कूल का भी उत्थान किया जाए

सामाजिक संस्था ‘पहल’ के अध्यक्ष राजकुमार वेंताल – इग्नाईट स्कूल में 370 बच्चों के लिए केवल 2 ही शिक्षक हैं, शाला भवन अत्यंत ही जर्जर हो चुका हैं, बरसात में कमरों में पानी भर जाता हैं, छत से भी पानी टपक रहा हैं, दीवारों में सीलन आ रहा हैं ऐसे में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही हैं, शासन प्रशासन से निवेदन हैं कि इग्नाईट स्कूल को जल्द से जल्द आत्मानंद स्कूल में शिफ्ट किया जाए, साथ ही जर्जर भवन का जल्द ही मरम्मत किया जाए।

प्रदीप पांडेय – यह इग्नाईट स्कूल अभिभावक के सहयोग से एक अच्छा आंग्ल माध्यम स्कूल है जिसमे गरीब, मध्यम और बड़े घर के बच्चे पढ़ते है इस स्कूल को स्वयं की भवन और आंग्ल माध्यम के शिक्षक की आवश्यकता है जिसे जल्द से जल्द शासन की पूरा करना चाहिए इस स्कूल के छात्रों को प्राइवेट स्कूल से अच्छी पढ़ाई और अन्य एक्टिविटी भी सिखाया जाता है।