मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में क्या होगा इस बारे में कोई निश्चित नहीं है। ढाई साल पहले शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार बनाई थी। तीनों पार्टियों का एक साथ आना अप्रत्याशित था। गौरतलब है कि ढाई साल में शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी और 39 विधायकों को लेकर बीजेपी से हाथ मिला लिया। इसके बाद महाराष्ट्र की सियासत में हड़कंप मच गया। महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस साथ मिलकर सरकार चला रही थी। लेकिन सत्ता जाते ही कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने मुंबई नगर निगम के वार्ड ढांचे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र भेजा है। इस पत्र में उन्होंने शिवसेना की आलोचना की है।
उनकी आलोचना पर ध्यान देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने भी तुरंत ट्विटर पर इसका जवाब दिया और आश्वासन दिया कि वह इस संबंध में निर्णय लेंगे। तो क्या अब मुंबई नगर निगम चुनाव में शिवसेना के खिलाफ बीजेपी और कांग्रेस साथ आ सकती है?
मिलिंद देवड़ा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है। उस पत्र में उन्होंने कहा है कि शिवसेना द्वारा किया गया वार्ड निर्माण अनधिकृत या अवैध है। एक रिपोर्ट के अनुसार, मिलिंद देवड़ा ने कहा, “मुंबई नगर निगम भारत का सबसे अमीर निगम है। मुंबई नगर निगम चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से हुए हैं। केवल एक पार्टी के लाभ के लिए मुंबई के वार्ड ढांचे को बदलना अनैतिक और असंवैधानिक है। इसलिए मैंने एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखा है।” मिलिंद देवड़ा ने लोगों से एकजुट होकर नया वार्ड बनाने की अपील की है।