नई दिल्ली। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जनसंख्या विस्फोट को लेकर कहा था कि कहीं ऐसा ना हो कि किसी एक वर्ग की आबादी बढ़ने का प्रतिशत ज्यादा हो रहा हो। उनके इस बयान पर कई नेताओं द्वारा प्रतिक्रिया भी देखने को मिली। इसी कड़ी में अब भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि जनसंख्या विस्फोट को धर्म से जोड़ना जायज नहीं। यह पूरे देश की मुसीबत है। दरअसल, भाजपा नेता और पूर्व अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को कहा कि जनसंख्या विस्फोट किसी विशेष धर्म की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे देश को परेशान करने वाला मुद्दा है। नकवी ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि कोई भी देश जनसंख्या विस्फोट की समस्या को नजरअंदाज या बर्दाश्त नहीं कर सकता है। जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए अधिकांश देशों द्वारा किए गए प्रभावी उपायों के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
नकवी ने यह भी कहा कि कई जगहों पर लोगों ने बढ़ती जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए अपने प्रयासों में अपनी-अपनी सरकारों और प्रशासन का समर्थन किया है। समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर रहमान बर्क की टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए नकवी ने कहा कि देश में जनसंख्या विस्फोट को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता है। कुछ लोग असीमित समस्याएं पैदा करना चाहते हैं।
नकवी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व जनसंख्या दिवस पर लखनऊ में एक कार्यक्रम में यूपी की बढ़ती आबादी पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े लेकिन हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि जनसांख्यिकी असंतुलन पैदा न होने पाए। उन्होंने कहा कि ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी बढ़ने का प्रतिशत ज्यादा हो और जो मूल निवासी हैं, जागरूकता अभियान चलाकर उनकी जनसंख्या नियंत्रिण कर असंतुलन पैदा कर दिया जाए।
बता दें कि ऐसा माना जा रहा है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए एनडीए की तरफ से मुख्तार अब्बास नकवी के नाम पर लगभग मुहर लग चुकी है। फिलहाल, पार्टी की तरफ से इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुआ है। उधर राष्ट्रपति पद के लिए एनडीए ने द्रौपदी मुर्मू को मैदान में उतारा है। जबकि, विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा हैं।