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जिला शिक्षा अधिकारी की मनमानी और तानाशाही के खिलाफ शिक्षकों ने खोला मोर्चा…राज्य शासन द्वारा जारी आदेशों-निर्देशों के विपरीत DEO निकालते हैं स्वयंभू आदेश…जिला शिक्षा अधिकारी की लापरवाही से गिर रहा शिक्षा का स्तर…

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स्वतंत्र तिवारी -9752023023

मुंगेली/ संयुक्त शिक्षक मोर्चा मुंगेली द्वारा दिनांक 11.07.2022 को कलेक्टर को ज्ञापन सौंप जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली द्वारा शासन द्वारा जारी आदेश निर्देश के विपरीत नित नये-नये आदेश निर्देश जारी करने पर रोक लगाने की मांग की गई।
उक्त ज्ञापन में बताया गया कि जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली द्वारा स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों सहित शिक्षकों पर प्रयोग के तौर पर प्रतिदिन नये नये आदेश-निर्देश जारी कर रहे है जिसका दुष्परिणाम यह हो रहा है कि हमारे जिले में शिक्षा का स्तर गिर रहा है।
जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं के विपरीत स्वयं की योजना का प्रयोग कर रहे हैं। जिसके कुछ उदहारण निम्न लिखित हैं –
[1] छ.ग. शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा सत्र 2022 -23 के सुचारू रूप से संचालन हेतु विस्तृत दिशा निर्देश जारी किया गया है इसके ठीक विपरीत जिला शिक्षा अधिकारी जिला मुंगेली द्वारा स्वयं की योजना कसौटी महाभियान चलाया जा रहा है
इस कार्यक्रम के तहत गत शिक्षा सत्र 2021-22 में साल भर स्कूली बच्चों को पाठ्य पुस्तक नही पढ़ने दिया गया और केवल गिनती, पहाड़ा, लेखन और परिचय याद करने तक सीमित रखा गया, अंत में वार्षिक परीक्षा में पाठ्यक्रम से दूर छात्रों के सामने जब प्रश्न पत्र आया तो वे उसे हल नहीं कर पाये इस तरह इस तरह प्राथमिक एवं माध्यमिक स्तर के बच्चों के स्तर में भारी गिरावट देखी गई।
[2] जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा TSMS ONLINE उपस्थिति का प्रयोग किया जा रहा है। जो एप्प दोषपूर्ण है जिसमे कभी कभी उपस्थिति चिन्हांकित करने के लिए घंटे भर का समय भी कम पड़ जाता है तथा उपयुक्त स्थान में उपस्थित रहने पर भी उपस्थित न रहने का संदेश एप्प द्वारा प्रसारित होता है। साथ ही ये भी कहा जाता है कि एप्प द्वारा प्राप्त उपस्थिति के आधार पर ही वेतन सहित अन्य देयक का भुगतान किया जायेगा जिससे शिक्षकों में विद्यालय में समय पर उपस्थित रहते हुए एवं शिक्षकीय कार्य करने के उपरांत भी भय व्याप्त है।
[3] 27/05/2022 को माननीय कलेक्टर मुंगेली गौरव कुमार सिंह द्वारा जिला परामर्श दात्री समिति की बैठक मनियारी सभा कक्ष में आयोजित किया गया था जिस पर कलेक्टर ने शिक्षा विभाग की समस्यायों को दूर करने, उन्हें अवगत कराने एवं आन भी शिक्षा विभाग में जिला परामर्श दात्री समिति की बैठक रखने पर निर्देश का निर्देश दिया गया था जो आज तक जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली द्वारा पूरा नहीं किया गया।
[4] जिले के शिक्षकों द्वारा व्यक्तिगत विभागीय समस्या को लेकर उपस्थित होने पर उनकी समस्याओं को ध्यान पूर्वक नहीं सुना जाता और न ही उसका निवारण किया जाता है।
[5] मान्यता प्राप्त कर्मचारी/शिक्षक संगठनों द्वारा जारी पत्राचार का जवाब देना सामान्य प्रशासन विभाग (छ.ग. शासन) के आदेशानुसार अनिवार्य है किन्तु जिला शिक्षा अधिकारी मुंगेली द्वारा अभी तक संगठन के किसी भी पत्राचार का न ही जवाब दिया गया है और न ही किसी समस्या का समाधान किया जाता है।
ज्ञापन देने वालों में अवधेश शुक्ला-छ.ग.प्र.तृ. वर्ग. कर्मचारी संघ, प्रभाकति शर्मा-छ.ग.प्र.तृ. वर्ग. कर्मचारी संघ, बलराज सिंह-संघ टीचर्स एसोसिएसन, दीपक वेताल-शालेय शिक्षक संघ, आर. के. वैष्णव-छ.ग.प्र. शि. फेडरेशन, नारायण दास भास्कर-छ.ग. शिक्षक संघ, वी. एन. वैष्णव-व्याख्याता संघ, हरीश मंडावी-अपाक्स, संतोष सोनकर-शा.एम. वेल. एसो., राजेन्द्र नवरंग छ. ग. सहा. शि. फेड.,राजेन्द्र शर्मा-सर्व शि. संघ, अकत ध्रुव-शा. अनु.ज.जाति.शा.से.संघ सहित भारी संख्या में शिक्षकगण उपस्थित थे।

ज्ञापन की प्रति