जगदलपुर। आज कर्मचारी फेडरेशन ने प्रदेश सरकार के रवैए पर निराशा जताते हुए कहा कि केंद्र के समान देय तिथि से 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता •े लिए छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के द्वारा 2 सूत्रीय मांग पर 29 जून को प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन एवं महारैली के बाद भी सरकार के द्वारा कोई पहल नहीं करने से आक्रोशित कर्मचारी प्रदेश भर के 29 जिला तथा 146 विकासखंड के मुख्यालयों में 2 सूत्रीय मांग के लिए कलम बंद काम बंद आंदोलन के तहत सामूहिक अवकाश लेकर 25 से 29 जुलाई तक पांच दिवसीय आंदोलन करेंगे। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने कलम बंद काम बंद आंदोलन की व्यापक तैयारी के लिए आज विकासखंड लोहंडीगुड़ा मुख्यालय में जाकर कर्मचारी अधिकारी की बैठक लेकर हड़ताल के संबंध में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संभागीय संयोजक गजेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि छत्तीसगढ़ के कर्मचारी अधिकारी को केंद्र के समान देय तिथि से 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता तथा सातवें वेतनमान अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता नहीं दिए जाने से प्रत्येक कर्मचारी अधिकारी को प्रति माह हजारों रुपए की आर्थिक क्षति हो रही है, जिससे मध्यम वर्ग के कर्मचारी वर्ग का जीवन यापन कठिन हो गया है, वहीं छत्तीसगढ़ सरकार सरपंच से लेकर विधायकों के वेतन भत्ते में वृद्धि की है और कर्मचारियों की उपेक्षा कर रही है। कर्मचारियों का हर वर्ग सरकार की उपेक्षा पूर्ण नीति से नाखुश है, यदि सरकार द्वारा शीघ्र ही 2 सूत्रीय मांगों पर निर्णय नहीं लिया जाता है, तो कर्मचारी अधिकारी कलम बंद काम बंद आंदोलन के बाद मजबूरन अनिश्चितकालीन हड़ताल करने हेतु बाध्य होंगे।