मुंगेली/ जिले के नवपदस्थ कलेक्टर डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने मुंगेली कलेक्टर के रूप में 28 अप्रैल की रात 9 बजे कार्यभार ग्रहण किया था। 2013 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डाॅ. गौरव कुमार सिंह की मुंगेली जिले में कलेक्टर के रूप में दूसरी पदस्थापना थी. मुंगेली जिले के 9 वें कलेक्टर के तौर पर डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने पदभार ग्रहण किया था। पदभार ग्रहण करते ही कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह की प्रशासनिक सक्रियता की मुंगेली की जनता कायल हो गई थी, अपने 2 महीने के छोटे कार्यकाल में ही कलेक्टर ने जनता से रूबरू हो उनकी हर छोटी-बड़ी समस्याओं का निराकरण किया हैं और यह अभी तक जारी हैं, मुंगेली में उनके विकास का आंकलन अभी हाल ही में खुले कला केंद्र, जिम, गार्डन, स्टेडियम और सदर बाजार में लाईटिंग, पेंटिंग देख समझी जा सकती हैं, गढ़ कलेवा की दयनीय स्थिति देख कलेक्टर गौरव सिंह ने कलेक्टर निवास के सामने के वृहद रूप में गढ़ कलेवा का निर्माण कराया जा रहा हैं। जानकारी के मुताबिक कलेक्टर द्वारा कलेक्टर कार्यालय के मुख्य द्वार पर स्थित जल संसाधन विभाग के कार्यालय को एसी हाल-जनदर्शन के लिए निर्माण कराया जा रहा हैं, उसी प्रकार कलेक्टर कार्यालय में 24×7 दिन जिले की जनता की समस्याओं को दूर करने 5 हेल्पलाइन नम्बर जारी किया गया हैं, जिसमें प्राप्त शिकायतों का तत्काल निराकरण कलेक्टर द्वारा किया जाता हैं। इसी प्रकार पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव से चर्चा कर योजना बना मदकूद्वीप, सेतगंगा में पर्यटन स्थल के रूप ने विकसित करने की तैयारी चल रही थी। साथ ही और भी कई सौगातें कलेक्टर के माध्यम से मुंगेलीवासियों को मिलनी थी, पर आज जैसे ही अचानक कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के ट्रांसफर की खबर आई मुंगेली जिले की जनता कलेक्टर के ट्रांसफर आदेश सुन स्तब्ध हो गई, जनता में मायूसी छा गई, कइयों ने दुख प्रगट किया तो कइयों ने नाराजगी जाहिर की। मुंगेलीवासियों ने यहाँ तक कह दिया कि कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के ट्रांसफर के लिए गैरकानूनी कार्य में संलिप्त कुछ नेता, कब्जाधारियों और तथाकथित भूमाफिया की भी भूमिका हो सकती हैं ? जिनका अवैध कारोबार कलेक्टर के रहते नहीं हो पा रहा हैं और उन्हें कलेक्टर की सक्रियता, तत्परता और कार्यशैली से दस्त होने लगा हैं।
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह के तबादले की खबर मिलते ही एक ओर कई अधिकारी-कर्मचारियों में दुःख का माहौल देखा गया तो दूसरी ओर जनता में नाराजगी दिखाई दी। सोशल मीडिया में भी कलेक्टर के ट्रांसफर को लेकर उनका ट्रांसफर रोकने पोस्ट वायरल हो रहे हैं, कुछ नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर कलेक्टर का ट्रांसफर रोकने की मांग की गई हैं। साथ ही मुख्यमंत्री को ट्वीट कर कलेक्टर के ट्रांसफर रोकने की भी मांग की जा रही हैं। यह बात तो किसी को समझ नहीं आ रहा हैं कि कलेक्टर के ट्रांसफर से आखिर किसे फायदा होगा…? आखिर वो कौन हैं जो मुंगेली के विकास में बाधक बन गए हैं ? ऐसे कई प्रश्न हैं जिनका जवाब वक्त आने पर जनता को शायद ही मिल पाए।