रायपुर। खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में धान निराकरण एवं कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन, खाद आपूर्ति के संबंध में मंत्री मंडलीय उपसमिति की बैठक सम्पन्न हुई। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम मौजूद रहे।
बैठक में धान उठाव, धान उपार्जन, बारदाने सहित अन्य महत्वपूर्ण आवश्कताओं पर चर्चा हुई, बैठक में जानकारी दी गई कि अब केवल 7000 मीट्रिक टन धान का उठाव बाकी है, यह कार्य भी प्रगति पर है। धान उपार्जन के लिए पहुँचविहीन क्षेत्रों में भंडारण और संग्रहण कार्य भी तेजी से किए जा रहे हैं। आगामी 4 महीने के लिए उन क्षेत्रों के लोगो को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो, इसके लिए लगातार कार्य किया जा रहा है।
खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि मंत्री मंडलीय उपसमिति की बैठक हुई जिसमें धान उठाव, धान उपार्जन, बारदाने व खाद की कमी व अन्य आवश्कताओं को लेकर चर्चा हुई। अब केवल 7000 मीट्रिक टन धान का उठाव बचा हुआ है, जो जल्द ही पूरा हो जाएगा। सरगुजा संभाग में खाद की मांग और आपूर्ति को लेकर निर्देश दिए गए हैं, जिससे कृषकों को होने वाली खाद की जरूरत को पूर्ण किया जाएगा। साथ ही वो धान जो खराब हो गए हैं, जिलेवार कलेक्टर की अध्यक्षता में इसका निराकरण किया गया। आगामी वर्ष के धान खरीदी और बारदाने की होने वाली कमी के आपूर्ति को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की इस संदर्म में आगामी 15 दिवस के भीतर पुन: बैठक आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष धान की रिकॉर्ड खरीदी की गई, पिछले बार की तुलना में धान के रकबे में भी वृद्धि हुई है।