रायपुर। छत्तीसगढ़ किसान सभा के उपाध्यक्ष राकेश चौहान नहीं रहे। लंबी बीमारी के बाद कल उनका निधन हो गया। वे पिछले एक सप्ताह से रायपुर के मेकाहारा में भर्ती थे। उनका अंतिम संस्कार खूंटाघाट के पास मेलनाडीह स्थित उनके गांव में किया गया।
यह जानकारी छग किसान सभा के अध्यक्ष संजय पराते तथा महासचिव ऋषि गुप्ता ने एक विज्ञप्ति में दी। उन्होंने बताया कि राकेश चौहान माकपा की बिलासपुर जिला समिति के भी सदस्य थे। उनके निधन से बिलासपुर के वामपंथी आंदोलन को भी भारी क्षति पहुंची है। वामपंथी आंदोलन के वे एक समर्पित कार्यकर्ता थे और बीमारी के बावजूद उनके उत्साह और पार्टी के प्रति समर्पण में कोई कमी नहीं आई।
किसान सभा की विज्ञप्ति के अनुसार राकेश चौहान छात्र जीवन से ही वामपंथी आंदोलन की ओर आकर्षित हुए तथा 1990 के दशक में वे माकपा मेँ शामिल हुए तथा किसानों के बीच काम करने लगे। किसान सभा नेता के रूप में उन्होंने कई आंदोलनों और रैलियों को संगठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। किसान सभा ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए तथा उनके शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति संवेदना का इजहार करते हुए उन्हें अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की है।