लाहौर। पाकिस्तान के आर्थिक हालात ठीक नहीं हैं। देश में महंगाई रिकॉर्ड स्तर पर है तो वहीं सरकारी खजाना भी खाली होता जा रहा है। बिगड़ते हालात के बावजूद पाकिस्तान सरकार ने डिफेंस यानी रक्षा बजट को 6 प्रतिशत बढ़ा दिया है। पाकिस्तान की सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष के लिए रक्षा बजट को 1.45 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये से अधिक कर दिया है। बजट बढ़ाने का यह निर्णय पाकिस्तान की आर्थिक समन्वय समिति (ECC) द्वारा लिया गया था।
आपको बता दें कि पिछले साल चालू वित्तीय वर्ष के लिए नेशनल असेंबली ने 1.373 ट्रिलियन रुपये के डिफेंस बजट को मंजूरी दी थी। खर्च की सीमा में वृद्धि के साथ, अगले वित्तीय वर्ष का रक्षा बजट भी अब पहले के अनुमानित 1.55 ट्रिलियन रुपये के आंकड़े से अधिक हो सकता है।
पाकिस्तान सरकार ने यह फैसला ऐसे समय में लिया है जब देश में महंगाई 64 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर है। रुपया रसातल में जा रहा है तो वहीं पेट्रोलियम प्रोडक्ट के दाम हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। पाकिस्तान का व्यापार घाटा भी बढ़ा है। वहीं, विदेशी मुद्रा भंडार खाली होता जा रहा है। आर्थिक विश्लेषकों को डर है कि पाकिस्तान के हालात श्रीलंका की तरह ना हो जाएं।
भारत का रक्षा बजट: भारत में रक्षा बजट की कुल राशि 5,25,166 करोड़ है, जिसमें 1.19 करोड़ पेंशन और 1.52 करोड़ की राशि रक्षा सेवाओं के आधुनिकीकरण के लिए रखी गई है। एक साल पहले के मुकाबले चालू वित्त वर्ष के लिए बजट में 11 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।
इस साल फरवरी में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया था कि रक्षा अनुसंधान के मद में खर्च की जाने वाली 25 फीसदी राशि निजी उद्योगों, स्टार्टअप, अकादमियों को दी जाएगी। इसका मकसद देश के लिए जरूरी मिलिट्री प्लेटफार्म और उपकरणों के विकास के अलावा निर्माण देश में ही करना है।