भोपाल। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव से पहले पूरे प्रदेश का दौरा करेंगे। वे इसी वर्ष अक्टूबर-नवंबर में विजय पथ यात्रा निकालेंगे। वे इसके माध्यम से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पहुंचेंगे और कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, अरुण यादव, सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया सहित अन्य वरिष्ठ नेता बीच-बीच में यात्रा में शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले भी उन्होंने अधिकांश जिलों में कार्यकर्ता सम्मेलन किए थे। संगत-पंगत के नाम से किए गए इस सम्मेलन के माध्यम से उन्होंने नाराज कार्यकर्ताओं को पार्टी हित में सक्रिय करने का काम किया था, जिसका फायदा भी चुनाव में मिला था। प्रदेश कांग्रेस ने मिशन 2023 के लिए वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने और माहौल बनाने का जिम्मा सौंपा गया है। तय किया है कि वे अक्टूबर-नवंबर से विजय पथ यात्रा निकालेंगे। इसके माध्यम से भाजपा सरकार को घेरने के साथ कार्यकर्ताओं को चुनाव के लिए सक्रिय किया जाएगा।
दरअसल, सिंह की कार्यकर्ताओं पर पकड़ अन्य नेताओं की तुलना में बेहतर है और जीवंत संपर्क है। वे महंगाई के विरुद्ध जनजागरण अभियान के तहत कई जिलों का दौरा भी कर चुके हैं। पिछले चुनाव से पहले भी उन्होंने संगत-पंगत नाम से कार्यकर्ता सम्मेलन किए थे। इसमें एक-एक कार्यकर्ता की बात उन्होंने सुनी थी और नाराज कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने में सफलता पाई थी। इसका लाभ यह हुआ था कि पार्टी की 15 साल बाद सत्ता में वापसी हुई थी।
इसके अलावा उन्होंने नर्मदा परिक्रमा भी की थी। हालांकि, यह गैर राजनीतिक थी पर इसका लाभ भी कांग्रेस को मिला था। यही वजह है कि इस बार भी वे यात्रा पर निकालने जा रहे हैं। इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में चर्चा हो चुकी है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा का कहना है कि पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता मिशन 2023 के लिए तैयारियों में जुटे हैं। विजय पथ यात्रा की कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसमें सभी नेता अलग-अलग स्थानों पर शामिल होंगे।