भिलाई। बुधवार को संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेस में हुए हादसे में ठेका श्रमिक की मौत का ठिकरा भिलाई इस्पात संयंत्र के डीजीएम पर फूटा है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में उन्हें दोषी पाते हुए संयंत्र प्रबंधन ने निलंबित कर दिया हैं साथ ही प्रबंधन ने मृतक श्रमिक की पत्नी को नौकरी दिए जाने का आश्वासन पत्र सौंपा हैं। इस मामले की जांच छत्तीसगढ़ शासन के डिप्टी डायरेक्टर स्वास्थ्य एवं सुरक्षा ने जांच शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को भिलाई इस्पात संयंत्र में एक हादसा हो गया था जिसमें ठेका कंपनी मेसर्स अमन कंस्ट्रक्शन के दो श्रमिक परमेश्वर सिक्का (26 वर्ष) एवं राहुल उपाध्याय (32 वर्ष) झुलस गए थे, जिन्हें इलाज के लिए इलाज के लिए तत्काल सेक्टर – 9 अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी इलाज के दौरान राहुल उपाध्याय की मौत हो गई। गुरुवार की सुबह मृतक राहुल के परिजन अस्पताल की मरच्युरी के बाहर खड़े हो गए थे। राहुल की मौत की जानकारी मिलने के बाद श्रमिक संगठन के सदस्य और पदाधिकारी भी वहां पहुंचे और उन्होंने मृतक के आश्रित परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी और प्रदर्शन शुरू कर दिया। संगठन के पदाधिकारी आश्रित के परिवार को तत्काल मुआवजे के रुप में 10 लाख रुपये दिए जाने की ठेका कंपनी अमन कंस्ट्रक्शन के संचालक से की हैं। इस घटना के बाद भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन ने मैकेनिकल के डीजीएम केएसएनआर रमेश को तत्काल निलंबित कर दिया।
घटना की जानकारी लगने के बाद अस्पताल परिसर में भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारी एवं पुलिस भी पहुंच गई थी। मौके पर पीड़ित परिवार एवं संयंत्र के अफसरों की बातचीत हुई। इसके बाद दिवंगत श्रमिक की पत्नी रमा उपाध्याय के नाम संयंत्र प्रबंधन ने अनुकंपा नियुक्ति का आश्वासन पत्र दिया। इसमें स्पष्ट किया गया है कि संयंत्र प्रबंधन मामले की जांच के बाद नियमानुसार आश्रित परिवार के एक सदस्य को संयंत्र में नियुक्ति देगा। नियुक्ति पत्र मिलने के बाद ठेका एजेंसी अमन कंस्ट्रक्शन के संचालक से दस लाख रुपए पीड़ित परिवार को बतौर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की मांग को लेकर चर्चा जारी थी।
छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के डिप्टी डायरेक्टर केके द्विवेद्वी ने कहा बीएसपी में हुए हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। आग ज्वलनशील गैस की वजह से लगी अथवा कुछ और वजह थी, सुरक्षा उपायों आदि की भी जांच में रखा गया है।