नई दिल्ली। ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट B.A.4 के चार मरीज भारत में सामने आए हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन क टेस्ट कराने के बाद चार मरीज इस वैरिएंट के सामने आए हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है। वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि इन मरीजों में संक्रमण के हल्के लक्षण हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। बता दें कि कोरोना के ओमिक्रॉन का यह नया वैरिएंट दुनिया के कुछ हिस्सों में ही पाया गया है, जिसमे मुख्य रूप से दक्षिण अफ्रीका है। यहां अप्रैल माह में इसका मामला सामने आया ता। पिछले हफ्ते तमिलनाडु और तेलंगाना में भी इस तरह के मामले सामने आए ते।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस टेस्टिंग की पूरी जीनोम सीक्वेंसिंग इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजूकेशन एंड रिसर्च ने की थी, जिसकी जांच के बाद इंडियन बायोलॉजिकल सेंटर ने इस संक्रमण की पुष्टि की है। पुणे में अभी तक कुल 7 मरीज इस वैरिएंट के सामने आ चुके हैं। चार मरीज B.A.4 वैरिएंट के हैं जबकि बाकी के अन्य मरीज B.A.5 वैरिएंट के हैं। इसमे से चार पुरुष और तीन महिलाएं हैं। चार मरीजों की उम्र 50 साल से अधिक है, जबकि दो की उम्र 20-40 वर्ष के बीच है। वहीं एक मरीज की उम्र 9 साल की है।
स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि सभी 6 वयस्क मरीजों को कोरोना वैक्सीन की सभी डोल लग चुकी हैं, एक मरीज ने तो बूस्टर डोज भी ले रखी है। हालांकि बच्चे को वैक्सीन नहीं लगी है। इन सभी के भीतर कोरोना के हल्के लक्षण सामने आए थे जिसके बाद इनका होम आइसोलेशन में सफल इलाज किया गया। इन लोगों के सैंपल को 4 मई को और 18 मई को जांच के लिए भेजा गया था। इसमे से दो मरीज दक्षिण अफ्रीका और बेल्जियम गए थे,जबकि तीन कर्नाटक गए थे। वहीं दो मरीज पिछले कुछ समय में कहीं बाहर नहीं गए थे।
संक्रामक रोक विशेषज्ञ डॉक्टर प्रदीप अवाते ने बताया कि B.A.4 और B.A.5 ओमिक्रॉन के ही प्रकार हैं, इन्हें हल्का माना जाता है। लिहाजा इसको लेकर चिंता की बात नहीं है। हालांकि ये बहुत तेजी से फैलते हैं, यही वजह है कि इसके मामले पिछले कुछ हफ्तों में तेजी से बढ़े हैं। हर जगह इसकी वजह से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ रही है। किसी भी मरीज की हालत गंभीर नहीं है लेकिन प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारी इसपर पैनी नजर बनाए हुए हैं। बता दें कि 22 मई को B.A.4 के मामले तमिलनाडु में सामने आए थे, जबकि तेलंगाना B.A.5 का मामला सामने आया था।