भिलाई। समय की मांग को देखते हुए मेहर समाज पाटन ब्लॉक की टीम ने मृत्युभोज दशगात्र कार्यक्रम में सादा दाल भात और बिसराहा कार्यक्रम के बंद करने को लेकर अनूठे अभियान की शुरूआत कर दी है। सोशल मीडिया के जरिए मुहिम भी छेड़ दी है । मृत्युभोज में भीड़ जुटाने और अनाश्यक खर्च को रोकने के लिए मौजूदा समय को टीम उपयुक्त मान रही हैं।ध्यान रहे कि बोरीद,पाटन निवासी समाजसेवी मंथीर लाल पवार का विगत 28 मई कों आकस्मिक निधन हो गया था।जिनका अंतिम संस्कार बोरीद में ही किया गया।
मेहर समाज पाटन ब्लॉक अध्यक्ष एवं कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अशोक मढ़रिया नें बताया कि समाज में बनाए गए नियम के अनुसार उनके शव पर पीताम्बरी के जगह बनाए गए दान पेटी में इच्छानुसार अंश राशि एकत्रित किया गया।जिसे उनके परिजनों को सौंप दिया गया उन्होंने कहाँ वर्तमान समय में पूर्वजों के बनाए नियम, परंपराओं सामाजिक रूढ़िवादिता और कुरीतियों कों बदलना अत्यंत आवश्यक है। जिससे गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार पर कोई अतिरिक्त बोझ एवं भार ना पड़े और पूरे छत्तीसगढ़ में ऐसे कार्यों को हर ब्लाक,जिला,क्षेत्र,परिक्षेत्र आदि जगहों पर भी प्राथमिकता देवें और सामाजिक रूप से प्रोत्साहित भी करें।जिससे कि अन्य समाज भी अच्छे कार्यों का अनुसरण करें।
अंत में उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा सामुहिक रूप से ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान देने और शोकाकुल परिवार को इस गहन संकट से उबरने की शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना की तथा दिवंगत आत्मा के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर समाज के अशोक कुमार मढ़रिया, बालाराम शिवारे, मुन्ना लहरी, यशवंत तुरकाने, तेजराम पवार, संतोष लहरी एवं समस्त सामाजिक कार्यकतार्ओं ने अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान किया।