तिरुवनंतपुरम। केरल पॉपुलर फ्रंट (PFI) के नेता याहिया तंगल ने हाई कोर्ट के न्यायाधीशों के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा कि उनका इनरवियर भगवा है। अलाप्पुझा में रैली में तंगल ने कहा, “अदालतें अब आसानी से चौंक रही हैं। हमारी अलाप्पुझा रैली के नारे सुनकर उच्च न्यायालय के न्यायाधीश चौंक रहे हैं। क्या आप इसका कारण जानते हैं? कारण यह है कि उनका आंतरिक वस्त्र भगवा है। चूंकि यह भगवा है। वे बहुत तेजी से गर्म हो जाएंगे। आपको जलन महसूस होगी और यह आपको परेशान करेगा।” वायरल वीडियो में अलाप्पुझा में पीएफआई की रैली में एक लड़का नारा लगाते हुए देखा गया, जो कहता है कि ‘हिंदुओं को अपने अंतिम संस्कार के लिए चावल रखना चाहिए और ईसाइयों को अपने अंतिम संस्कार के लिए धूप रखनी चाहिए। अगर आप शालीनता से रहते हैं, तो आप हमारी भूमि में रह सकते हैं और यदि आप शालीनता से नहीं जीते हैं, तो हम आजादी जानते हैं। शालीनता से, शालीनता से, शालीनता से जिएं।’
नारेबाजी मामले में 18 और लोग गिरफ्तार
इसे केरल में रहने वाली हिंदू और ईसाई आबादी के लिए सीधे खतरे के तौर पर देखा गया। पीएफआई ने चेतावनी दी थी कि अगर वे लाइन में नहीं आते हैं तो मौत की सजा दी जाएगी। केरल पुलिस ने शुक्रवार को पीएफआई की नारेबाजी मामले में 18 और लोगों को गिरफ्तार किया है।
PFI पर उचित कार्रवाई का निर्देश
केरल उच्च न्यायालय ने पुलिस को अलाप्पुझा में 21 मई की रैली के संबंध में भड़काऊ नारेबाजी के संबंध में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इससे पहले पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष सीपी मुहम्मद बशीर ने मंगलवार को कहा कि यह नारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी आरएसएस के आतंकवाद से लड़ना और उसका विरोध करना जारी रखेगी।