तेहरान। ईरान की सरकारी टीवी ने 28 मई 2022 एक खबर प्रसारित की, जिसमें कुछ सुरंगों के अंदर मिसाइलों से लैस ड्रोन्स दिखाए गए थे. जागरोस पहाड़ (Zagros Mountains) के नीचे बनाई गई इन सुरंगों के अंदर ईरानी सेना (Iranian Army) के खतरनाक ड्रोन्स रखे हैं.ईरान की सेना ने अपनी सैन्य ताकत दिखाने के लिए इन तस्वीरों को सरकारी मीडिया संस्थान के जरिए प्रसारित कर रहा था. ईरान की सेना ने इस अंडरग्राउंड ड्रोन बेस के बारे में थोड़ी जानकारी तो साझा की लेकिन सही लोकेशन की जानकारी किसी को नहीं दी।
इन सुरंगों के अंदर कम से कम 100 मिलिट्री ड्रोन्स रखे गए हैं. जिनकी तस्वीरें देखकर खाड़ी देशों में तनाव पैदा हो गया है. सरकारी मीडिया संस्थान ने कहा कि जागरोस पहाड़ के नीचे बनाई गई इन सुरंगों के अंदर खतरनाक अबाबिल-5 (Ababil-5) ड्रोन्स भी मौजूद हैं. जिनमें काएम-5 (Qaem-5) मिसाइलें लगी हैं।
काएम-5 (Qaem-5) मिसाइलें ईरान द्वारा विकसित हवा से सतह पर मान करने वाली मिसाइलें हैं. जो अमेरिका के हेलफायर मिसाइल (Hellfire Missile) की तरह ही खतरनाक हैं. ईरानी सेना के कमांडर मेजर जनरल अब्दुलारहीम मौसावी ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की सेना इलाके की सबसे मजबूत सेना है. द जेरुसलम पोस्ट में प्रकाशित खबर के अनुसार मेजर जनरल ने कहा कि हमारे ड्रोन्स किसी भी तरह के हमले को काउंटर करने या दुश्मन के होश उड़ाने के लिए काफी हैं. हम अपने ड्रोन्स को लगातार अपग्रेड कर रहे हैं।
ईरानी सरकारी मीडिया के टीवी पत्रकार ने बताया कि उसने गुरुवार को पश्चिमी ईरान के करमेनशाह से 45 मिनट की हेलिकॉप्टर उड़ाने के बाद एक सीक्रेट अंडरग्राउंड ड्रोन बेस स्टेशन पर ले जाया गया. इस पूरी यात्रा के दौरान उसकी आंखों को ढंक दिया गया था. जब वह बेस में पहुंचा है, तब उसकी आंखें खोली गई हैं. टीवी फुटेज में दिख रहा है कि एक कतार में ढेर सारे ड्रोन्स खड़े हैं. जिनमें मिसाइलें तैनात हैं. ये सुरंगें कई मीटर लंबी हैं. जमीन से कई मीटर नीचे भी हैं. यह खुलासा तब हुआ है जब ईरानियन रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने खाड़ी में दो ग्रीक टैंकर्स को सीज किया था।
यह काम इसलिए किया गया था क्योंकि अमेरिका ने ईरान के तेल को ग्रीक तट पर रोक दिया था.पिछले महीने ग्रीक सरकार ने ईरानियन झंडे वाले एक जहाज Pegas को रोक दिया था. क्योंकि इसमें 19 रूसी क्रू मेंबर थे. इसे यूरोपियन संघ के प्रतिबंधों की वजह से रोका गया था. इसके बाद अमेरिका ने ईरानियन ऑयल कार्गो को रोक दिया था।
Pegas को बाद में छोड़ दिया गया था. लेकिन इसकी वजह से खाड़ी देशों के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी. ईरान और दुनिया की अन्य ताकतें चाहती हैं कि वह फिर से परमाणु समझौते करे, जिसपर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिबंध लगा दिए थे।