मॉस्को। यूक्रेन युद्ध चौथे महीने में प्रवेश कर चुका है। पश्चिमी देशों की ओर से रूस को अलग-थलग करने की कोशिशें जारी हैं। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिम को चेतावनी देते हुए कहा कि जो लोग ऐसे प्रयास कर रहे हैं, वे खुद को ही चोट पहुंचाएंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मॉस्को को अलग-थलग करना असंभव है। युद्ध के चलते वैश्विक खाद्य और ईंधन आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है। हालांकि, पुतिन हिलने के कोई संकेत नहीं दिखा रहे हैं।
पुतिन गुरुवार को यूरेशियन इकोनॉमिक फोरम के सदस्यों से वीडियो के माध्यम से बात कर रहे थे, जिसमें कई पूर्व-सोवियत राष्ट्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह आधुनिक दुनिया में असंभव, पूरी तरह से अवास्तविक है। रूसी राष्ट्रपति ने मुद्रास्फीति, बढ़ती बेरोजगारी, आपूर्ति श्रृंखलाओं के टूटने और खाद्य जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में वैश्विक संकट के बिगड़ने की भी बात की। साथ ही उन्होंने पश्चिम के सामने आने वाली चुनौतियों पर विस्तार से बताया।
पुतिन बोले- यह कोई मजाक नहीं
पुतिन ने कहा कि यह कोई मजाक नहीं है। यह एक गंभीर बात है जिसका आर्थिक और राजनीतिक संबंधों की पूरी प्रणाली पर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने रूसी भंडार को जब्त करने के लिए दूसरे देशों पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि दूसरों की चोरी की हुई संपत्ति कभी कोई अच्छाई नहीं लेकर आती है। इस बीच, यूक्रेन के वलोडिमिर जेलेंस्की ने क्रेमलिन पर डोनबास में नरसंहार का प्रयास करने का आरोप लगाया है।
‘पुतिन को यूक्रेन युद्ध जीतने नहीं दे सकते’
वहीं, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में युद्ध जीतने नहीं दिया जा सकता। उन्होंने रूसी ईंधन पर किसी भी तरह की निर्भरता को समाप्त करने का भी आह्वान किया। शोल्ज ने कहा कि न केवल यूक्रेन की प्रतिष्ठा दांव पर है, बल्कि कानून के तहत वह प्रणाली भी दांव पर है जो हिंसा पर प्रतिबंध लगाती है और स्वतंत्रता, सुरक्षा और समृद्धि की गारंटी देती है।