रोक के बाद कैसे हो गई अवैध प्लॉटिंग में रजिस्ट्री…? भ्रमित कर रहे अधिकारी…
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने दिनांक 17/01/2024 को नगरीय निकाय की समीक्षा बैठक में अवैध प्लॉटिंग पर कड़ी कार्यवाही करने दिये थे निर्देश
नाले से लगकर हो रहे अवैध प्लॉटिंग में जमीन खरीदने वालों का नहीं हो सकता डायवर्सन… जनता रहे जागरूक
एक भाजपाई भूमाफिया के संरक्षण की चर्चा…डिप्टी CM का नाम हो रहा खराब…
मुंगेली/ मुंगेली की धरती भूमाफियाओं की करतूतों से शर्मसार हो रही हैं, भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों, भूमाफियाओं, नेताओं और जनप्रतिनिधियों की मिलीभगत से मुंगेली जिले का नक्शा ही बदल गया हैं, जिसके कारण मुंगेली की जनता बेहद आक्रोशित हैं।
आपको बता दे कि मुंगेली के अम्बेडकर वार्ड स्थित शिक्षक नगर में भूमाफिया मुकुंदराव गोवर्धन द्वारा अवैध प्लाटिंग किया जा रहा हैं। शिकायत के बाद जब पूर्व में राजस्व टीम ने जांच किया तो जांच टीम ने पाया कि खड़खडिया नाला से लगी निजी भूमि खसरा 716/77 जो कि मुकुंदराव की भूमि हैं जिस पर अवैध प्लॉटिंग की मंशा से मुरुम सड़क, नाली का अवैध निर्माण पाया गया, राजस्व टीम के जांच और प्रतिवेदन के आधार पर दिनांक 10/04/2023 को ही तत्कालीन एसडीएम ने कलेक्टर को प्रतिवेदन भेज उक्त खसरे में हो रहे अवैध प्लॉटिंग पर रोक लगाने की बात कही गई थी। कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजने के बाद भी दिनांक 15/05/2023, 10/05/2023 और 22/05/2023 को इस खसरे 716/77 में हो रहे अवैध प्लॉटिंग में टुकड़ों में रजिस्ट्री हुई हैं। अब सवाल यह उठता हैं कि तत्कालीन एसडीएम के रोक लगाने के एक महीने बाद ही इस अवैध प्लाटिंग पर रजिस्ट्री कैसे हो गई। ऐसे में तत्कालीन एसडीएम सहित जिले के कई अधिकारियों पर भूमाफियाओं को संरक्षण देने और अवैध प्लाटिंग को बढ़ावा देने की बात सामने आ रही हैं। नगर पालिका द्वारा भी भूमाफिया मुकुंदराव गोवर्धन को नोटिस जारी किया गया था पर अभी तक नगर पालिका ने कोई कार्यवाही नहीं की हैं।
तत्कालीन एसडीएम द्वारा कलेक्टर को भेजे प्रतिवेदन में लिखी थी यह बात….
SDM द्वारा दिनांक 10/04/2023 को कलेक्टर मुंगेली को भेजे ज्ञापन में शिक्षक नगर के खड़खड़िया नाले की जमीन में किये जा रहे अवैध प्लॉटिंग पर रोक लगाने एवं कार्यवाही करने के विषय में स्पष्ट बताया कि उक्त संबंध में राजस्व निरीक्षक शहर से प्रतिवेदन प्राप्त, प्रतिवेदन अनुसार शिक्षक नगर में आवेदित भूमि के पास उपस्थित हुए। खड़खडिया नाला से लगी निजी भूमि स्वामी हक की भूमि 716/77 रकबा 0.381 हे. मुकुंदराव गोवर्धन की भूमि लगी है जिस पर अवैध प्लाटिंग की मंशा से मुरूम सड़क, नाली का निर्माण किया जाना पाया गया । खड़खडिया नाला शिक्षक नगर सहित अन्य हिस्सों पर से गुजरी है जिस पर पूर्व से ही अवैध प्लाटिंग हुए है वर्तमान में भी जारी है. ख.नं. 716/77 के पूर्व भाग पर नगर निवेश से अनुमोदित प्लाट भी बिकी हुई हैं और हो रही हैं अभी वर्तमान में अवैध प्लाटिंग पर रोक लगा दी गयी है। तत्कालीन SDM ने भी यह स्वीकार किया था कि उक्त जगह पर अवैध प्लाटिंग हो रही हैं, मामले में दो पहलू हैं पहला नाले से लगकर अवैध प्लाटिंग की जा रही हैं जो कि जल बहाव क्षेत्र के नियमों के अंतर्गत आता हैं दूसरा अवैध प्लाटिंग। अगर इस खसरे नम्बर में रजिस्ट्रियां नाले से मानक दूरी पर भी हुई हैं तब भी तो आखिर वह रजिस्ट्रियां अवैध प्लॉटिंग में ही हुई हैं जो कि अवैध प्लाटिंग करने वाले कॉलोनाइजर द्वारा छत्तीसगढ़ नगर पालिका (कॉलोनाइजर का पंजीकरण, नियम और शर्तें) नियम का पालन नहीं किया गया हैं। साथ ही अब सवाल यह उठता हैं कि तत्कालीन SDM द्वारा जब ज्ञापन जारी कर कलेक्टर मुंगेली को बताया जा रहा हैं कि 716/77 में हो रहे अवैध प्लाटिंग को रोक दी गई हैं तो इसकी प्रतिलिपि जिला पंजीयक, उप पंजीयक, मुख्य नगर पालिका अधिकारी मुंगेली को क्यों नहीं भेजी गई ? SDM का ज्ञापन मिलने के बाद कलेक्टर ने जिला पंजीयक, उप पंजीयक, मुख्य नगर पालिका अधिकारी मुंगेली को रजिस्ट्री रोकने ज्ञापन क्यों नहीं भेजा ? SDM द्वारा उक्त खसरा में रोक लगाने वाली बात कलेक्टर को ज्ञापन में भेजने के बाद दिनांक 15, 19 और 22 मई 2023 को मुकुंदराव गोवर्धन के द्वारा शिक्षक नगर में नाले पास खसरा नम्बर 716/77 में रजिस्ट्री कैसे करवा ली गई ? ऐसे में सभी सवालों के घेरे में हैं।
भूमाफिया मुकुंदराव गोवर्धन द्वारा शिक्षक नगर में किये जा रहे अवैध प्लाटिंग मामले में हाल ही में 20/09/2024 को राजस्व टीम द्वारा पुनः जांच किया गया था, जिसमें मुकुंदराव गोवर्धन की भूमि पर पहले से ही अवैध प्लॉटिंग की संरचना निर्मित पाया गया हैं। हालांकि इस मामले में जांच पूर्ण नहीं हो पाया हैं और शिकायतकर्ता ने बताया कि जांच टीम द्वारा दो बार जांच किया गया वह भी अधूरा, और प्रतिवेदन भी भ्रामक हैं जिसकी पुनः शिकायत की गई हैं जिस पर दुबारा जांच टीम गठित कर जांच करने की बात अधिकारियों द्वारा कही गई हैं।
मामले की पूरी जानकारी अगले अंक में….