नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय बैडमिंटन टीम से मुलाकात की और उन्हें थॉमस कप जीतने के लिए बधाई दी। नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों से बात की। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों के साथ भारत की जीत के ऐतिहासिक पलों को याद किया।
भारतीय बैडमिंटन टीम से बात करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दशकों बाद इस प्रतियोगिता को जीतने में सफल रहा। यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं थी। उन्होंने टीम को उनके प्रयासों के लिए बधाई दी और कहा कि अधिकतर लोग पहले इस टूर्नामेंट की बात नहीं करते थे। अब लोग इसकी चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने अच्छे प्रदर्शन को लेकर खिलाड़ियों पर पड़ने वाले दबाव पर बात की। पीएम ने कहा कि दबाव होना गलत बात नहीं है, दबाव के नीचे दब जाना गलत बात है।
भारत ने इंडोनेशिया को 3-0 से हराकर जीता था थॉमस कप
बता दें कि पिछले दिनों भारत ने फाइनल में इंडोनेशिया को 3-0 के अंतर से हराकर थॉमस कप जीता था। भारत टूर्नामेंट के नॉकआउट चरणों में अंडरडॉग था। फाइनल तक पहुंचने से पहले भारत ने मलेशिया और डेनमार्क जैसी बड़ी टीमों को हराया।
नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद किदांबी श्रीकांत ने कहा कि मेरे लिए यह गर्व की बात है कि उन्होंने हमें समय दिया। एथलीटों को यह कहते हुए हमेशा गर्व होगा कि हमें अपने प्रधानमंत्री का समर्थन प्राप्त है।
पी गोपीचंद ने कहा कि खिलाड़ी चाहे मेडल जीते या हारे पीएम हमेशा उन्हें प्रोत्साहित करते हैं। वह खिलाड़ियों और खेल को फॉलो करते हैं। वह बारीकी से दिल की बात करते हैं। यह खिलाड़ियों से कनेक्ट होता है।
भारतीय बैडमिंटन टीम के कोच माथियास बोए ने कहा कि जब मैं जीता तो मेरे प्रधानमंत्री ने मुझे बधाई देने के लिए कभी फोन नहीं किया। यहां आकर हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है। यह यादगार पल है। माथियास बोए ने 2012 ओलंपिक गेम्स में डेनमार्क के लिए पुरुष युगल में रजत पदक जीता था।
लक्ष्य सेन ने कहा कि पीएम छोटी-छोटी चीजों पर भी ध्यान रखते हैं। उन्होंने मुझसे अल्मोड़ा की बाल मिठाई मंगाई थी। मैं लेकर आया था। उन्हें खिलाड़ियों की छोटी-छोटी बातें याद रहती हैं।