चंडीगढ़
हरियाणा की 15वीं विधानसभा के गठन की प्रक्रिया के तहत 17 अक्टूबर को पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में मुख्यमंत्री और उनकी कैबिनेट का शपथ ग्रहण समारोह रखा गया है। चूंकि हरियाणा में पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने सत्ता और राजनीति का इतिहास बनाया है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी इस क्षण को यादगार बनाना चाहती है। यहीं कारण है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री के आगमन के चलते पंचकूला के दशहरा ग्राउंड में युद्ध स्तर पर समारोह की तैयारियां की जा रही है। रावण दहन के बाद ग्राउंड के खाली होने के कारण प्रशासन अब कम समय में सभी तैयारियों को पूरा करने में जुटा है। प्रशासन की ओर से इसकी तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही। प्रधानमंत्री के अलावा भारतीय जनता पार्टी के शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। ग्राउंड में 50 हजार से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इसलिए इस ग्राउंड का चयन किया गया है।
पहले परेड़ ग्राउंड में होना था कार्यक्रम
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहले 12 अक्टूबर फिर 15 अक्टूबर की तारीख निधार्रित की गई थी, लेकिन प्रधानमंत्री के आने के कारण इस तारीख को बदलकर 17 अक्टूबर किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और उन्हें देखने व सुनने के इच्छूक लोगों के भारी संख्या में कार्यक्रम में आने के कारण शपथ ग्रहण समारोह का स्थान परेड़ ग्राउंड से बदलकर पंचकूला केदशहरा ग्राउंड में किया गया है।
10 से 11 मंत्री ले सकते हैं शपथ
मुख्यमंत्री नायब सिंह समेत 17 अक्टूबर को हरियाणा कैबिनेट के 10 से 11 मंत्री भी 17 अक्टूबर को शपथ ले सकते हैं। हालांकि हरियाणा में मुख्यमंत्री समेत कुल 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं, लेकिन 2-3 मंत्रियों को बाद में शपथ दिलाई जाने की चर्चा है।
अधिकारी कर रहे दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार कार्यक्रम स्थल का दौरा कर रहे हैं, जिससे कार्यक्रम को एक भव्य रूप दिया जा सके। चर्चा है कि जिन 20 हजार युवाओं को सरकार की ओर से नौकरी के ज्वाइनिंग लेटर दिए जाने है, उन्हें भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता दिया जा सकता है। इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के सभी जिला अध्यक्ष और संगठन से जुड़े लोग भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
सुरक्षा के लिए हो रही पेड़ों की छटाई
कार्यक्रम स्थल और उसके आसपास मौजूद भारी और पत्तेदार पेड़ों की छटाई का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिससे कोई भी आसमाजिक तत्व उनमें छिप ना सके। इसी के चलते कार्यक्रम स्थल और आसपास के घने पेड़ों की छटाई की जा रही है।