इजरायल
ईरान समर्थित आतंकी गुट हिजबुल्लाह ने इजरायल के आर्मी बेस पर ड्रोन हमले किए हैं। यह अटैक इतना घातक था कि 4 इजरायली सैनिकों की मौत हो गई और 60 से अधिक घायल हैं। इजराइली बचाव सेवा की ओर से कहा गया कि बिनयामीना शहर में स्थित सैन्य अड्डे को निशाना बनाया गया। लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह ने इस हमले की जिम्मेदारी भी ली है। इजरायल की वायु-रक्षा प्रणालियां इतनी मजबूत मानी जाती है कि ड्रोन या मिसाइल हमले में इतनी संख्या में लोगों के घायल होने की आशंका नहीं के बराबर रहती है। हालांकि, इस बार नुकसान पहुंचा है।
इजरायली मीडिया ने बताया कि रविवार को लेबनान से 2 ड्रोन दागे गए। इजराइली सेना का कहना है कि एक ड्रोन को मार गिराया गया। यह फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि घायलों में शामिल लोग आम नागरिक हैं या सैनिक। हिजबुल्लाह ने बयान में कहा कि उसने बेरूत में इजरायल की ओर से किए गए 2 हमलों के जवाब में इजरायल की सेना के प्रशिक्षण शिविर को निशाना बनाया। गुरुवार को बेरूत में किए गए हमले में 22 लोग मारे गए थे। पिछले 2 दिन में यह दूसरी बार है जब इजरायल में ड्रोन से हमला किया गया। शनिवार को तेल अवीव के उपनगर में ड्रोन अटैक हुआ, जिसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
हिजबुल्लाह के 50 लड़ाकों को मार गिराया गयाः इजरायली सेना
दूसरी ओर, इजरायल रक्षा बलों (IDF) ने कहा कि उसने पिछले 24 घंटों में दक्षिणी लेबनान में आमने-सामने की मुठभेड़ों में हिजबुल्लाह के 50 आतंकवादियों को मार गिराया। आईडीएफ ने शनिवार को कहा कि उसने उत्तरी इजरायल के इलाकों और सेना बलों को निशाना बनाकर भूमिगत सुरंग शाफ्ट, कई हथियार भंडारण बुनियादी ढांचे, रॉकेट लांचर, मोर्टार बम और एंटी-टैंक मिसाइलों सहित 200 से अधिक हिजबुल्लाह के लक्ष्यों को निशाना बनाया। बयान में कहा गया कि इजरायली वायु सेना ने सीरिया-लेबनान सीमा पर भूमिगत सुविधाओं को निशाना बनाकर अभियान भी चलाया, जहां हिजबुल्लाह के हथियार रखे गए थे। इस बीच, इजरायली सेना ने गाजा पट्टी में अपना अभियान जारी रखा। सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया और टैंक फायर, शॉर्ट-रेंज फायर व वायु सेना के हमलों के माध्यम से कई आतंकवादियों को मार गिराया।