नई दिल्ली
महादेव ऑनलाइन बुकिंग ऐप के प्रमोटरों में से एक और 6,000 करोड़ रुपये के अवैध सट्टेबाजी मामले में मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर के प्रत्यर्पण की कोशिशें शुरू हो गई हैं। चंद्राकर को पिछले हफ्ते संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में गिरफ्तार किया गया था। अब इंटरपोल की रेड नोटिस के आधार पर भारतीय अधिकारियों ने उसके प्रत्यर्पण की मांग की है। मामले से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी। प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी विदेश मंत्रालय के जरिए प्रत्यर्पण दस्तावेजों पर काम कर रहे हैं। इस तरह चंद्राकर को जल्द से जल्द भारत वापस लाने की प्रयास जारी है।
सूत्रों के अनुसार, हाल ही में दुबई में गिरफ्तार किए गए चंद्राकर को अगले कुछ दिनों में भारत को प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय दुबई के अधिकारियों को चंद्राकर के प्रत्यर्पण के लिए आवश्यक दस्तावेज भेजने की प्रक्रिया में जुटा है, जिसके बाद वहां की अदालत से संपर्क किया जाएगा। दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास के सूत्रों ने बताया कि उन्हें यूएई अधिकारियों से अभी तक कुछ भी नहीं मिला है। बताया जाता है कि चंद्राकर 2019 में दुबई चला गया था। इससे पहले वह छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई शहर में अपने भाई के साथ जूस फैक्ट्री नाम से जूस की दुकान चलाता था।
राजनेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता का आरोप
ईडी ने आरोप लगाया है कि महादेव ऑनलाइन बुक गेमिंग और सट्टेबाजी ऐप है। इसमें उसकी जांच से छत्तीसगढ़ के विभिन्न बड़े पद के राजनेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता सामने आई है। चंद्राकर और रवि उप्पल दोनों ही छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। ED ने इस मामले में अब तक कुल 11 लोगों को गिरफ्तार किया है और 2 आरोप-पत्र भी दाखिल किए गए हैं। इनमें कहा गया कि चंद्राकर ने फरवरी 2023 में संयुक्त अरब अमीरात के रास अल खैमाह में शादी की और इसमें कारीब 200 करोड़ रुपये नकद खर्च किए गए। एजेंसी ने आरोप लगाया कि चंद्राकर के रिश्तेदारों को भारत से यूएई लाने के लिए निजी जेट किराए पर लिये गए थे। साथ ही, शादी में प्रदर्शन करने के लिए मशहूर हस्तियों को मोटी रकम भुगतान की गई थी।