इंदौर
इंदौर के पूर्वी क्षेत्र की तुलना मेें पश्चिमी क्षेत्र में ब्रिज, फ्लायअेावर कम है, लेकिन दो साल के भीतर इस इलाके में नए ब्रिज नजर आने लगेंगे। इससे पहले बाणगंगा रेलवे क्रासिंग पर आठ साल पहले ब्रिज बनाया गया था।
नया ब्रिज मरीमाता चौराहा पर बनेगा। इसकी एक भुजा पोलोग्राउंड की तरफ होगी और दूसरी भुजा एयरपोर्ट रोड पर होगी। एयरपोर्ट पर वीवीआईपी आने के शहर आगमन के समय भी यह ब्रिज उपयोगी साबित होगा। तब चौराहे के नीचे का ट्रैफिक नहीं रोका जाएगा। नगर निगम ने इस ब्रिज के टेंडर भी जारी कर दिए है। 40 करोड़ रुपये से अधिक की राशि इस ब्रिज के निर्माण पर खर्च होगी।
जिस तरफ ब्रिज बन रहा है। उस पर दस साल पहले चौड़ा फीडर मार्ग बना था, इस कारण ब्रिज के लिए कोई निर्माण बाधक नहीं बन रहे है। इस ब्रिज की लंबाई 592 मीटर है। ब्रिज छह लेन बनेगा। बीच के मध्य हिस्से का स्पाॅन चौड़ा होगा। उनकी लंबाई 30 मीटर रहेगी, ताकि नीचे चौराहे पर पिलर ट्रैफिक में बाधक न बने। ब्रिज पर फुटपाथ भी बनाए जाएंगे। ब्रिज के लिए मिट्टी परीक्षण भी हो चुका है। इस ब्रिज के निर्माण की समयसीमा 20 माह तय की गई है। बारिश के बाद ब्रिज का निर्माण शुरू हो जाएगा।
इंदौर में बन रहे सात नए ब्रिज
इंदौर में दो सालों से सात ब्रिजों का एक साथ निर्माण जारी है। खजराना चौराहे पर ब्रिज बनकर तैयार हो चुका है। भंवरकुआ चौराहा, फूठीकोठी, सत्यसांई चौराहा, मुसाखेड़ी चौराहे के अलावा लवकुश चौराहे पर दो ब्रिज तैयार हो रहे है। मरीमाता चौराहे के अलावा बड़ा गणपति चौराहे पर भी ब्रिज बनाने की योजना हैै। दोनो नए ब्रिज नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के विधानसभा क्षेत्र में बनेंगे।