भोपाल
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उषा दीदी के भोपाल आगमन पर नर्मदापुरम रोड स्थित उत्सव गार्डन में भव्य एवं दिव्य युगल सम्मान समारोह आयोजित किया गया । इस भव्य एवं आलोकिक आयोजन में ब्रह्माकुमारीज ब्लेसिंग हाउस भोपाल के 65 युगल जोड़ों का सम्मान किया गया । ये 65 युगल जोड़े पिछले अनेक वर्षों से ब्रह्माकुमारीज संस्थान मे दिए जा रहे ईश्वरीय ज्ञान एवं सहज राजयोग का अभ्यास करते हैं । प्रतिदिन ब्रह्माकुमारी संस्थान के सेवाकेंद्रों में होने वाली ज्ञान मुरली का श्रवण करते हैं। विश्व शांति के लिए राजयोग मेडिटेशन करते हैं। साथ ही दिव्य गुणों को अपने जीवन में अपनाते हैं। अपने कार्य मे से समय निकालकर ईश्वरीय सेवा भी करते हैं।इन 65 पति पत्नी के जोड़ों का आज नर्मदापुरम भोपाल स्थित उत्सव मैरिज गार्डेन में एव भव्य दिव्य समारोह में सम्मान किया गया । माउंट आबू से पधारी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता राजयोगिनी उषा दीदी के सानिध्य में युगलों को सुंदर रीति से सजाया गया, साथ ही उषा दीदी ने उन्हे युगल जीवन की विशेषताएं एवं मर्यादाएं बताईं। एवं युगलों का विभिन्न रीति से सम्मान किया गया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजयोगिनी उषा दीदी ने बताया कि युगल विश्व के सामने उदाहरण है । भगवान की भक्ति एवं आराधना में उच्च स्थिति प्राप्त करने के लिए घरबार छोड़ने की आवश्यकता नहीं है | युगल अर्थात डबल जिम्मेवारी निभाने वाले | एक अपने घर परिवार, ऑफिस, धंधे की जिम्मेवारी दूसरी विश्व कल्याण की जिम्मेवारी । दीदी ने बताया कि परमपिता शिव की ईश्वरीय पालन से उनके ज्ञान के आधार पर चलने से ही साधारण गृहस्थ जीवन पवित्र गृहस्थ जीवन बन जाता है। उन्होंने युगलों को ईश्वरीय मार्ग पर चलकर विश्व कल्याण के कार्य करने हेतु आशीर्वाद दिया | युगलो का जीवन सच्चाई सफाई से सम्पन्न होना चाहिए | अपने टन, मन से भारत को स्वर्ग बनाने की सेवा करनी है। युगलों को कभी भी गलत रीति से पैसा नहीं कमाना है क्योंकि गलत रीति से कमाए गए धन से जो भोजन बनता है वो हमारे विचारों को अशुद्ध करता है।
पिछले 40 वर्षों से अधिक समय से ब्रह्मकुमारीज के सदस्य रहे युगल बी के डॉ. प्रकाश सिंह ठाकुर एवं बी के श्रीमती कमला ठाकुर ने कहा कि 40 वर्षों से ईश्वरीय मर्यायपूर्वक जीवन व्यतीत कर रहे हैं। हमें देखकर हमारे दो बेटियों ने भी स्वेच्छा से ब्रह्माकुमारीज में समर्पित रूप से जीवन देकर सेवा कर रही हैं। परमात्मा ने हमारे जीवन में सारे रंग भर दिए, जीवन की हर खुशी दी है। हम उनका किन शब्दों में धनवाद करें । आज के युगल सम्मान समारोह के कार्यक्रम में हमें सम्मानित करके बी के डॉ रीना दीदी नें हमारे उमंग उत्साह को कई गुना बढ़ा दिया है।बी के शान्तानु करकून एवं उनकी धर्मपत्नी सोनाली कारकून जी सन 1996 में ब्रह्माकुमारीज के संपर्क में आए थे । शान्तानु की ने बताया कि उन्होंने आई आई टी से इंजीनियरिंग की डिग्री की थी, तथा सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में बहुत उच्च पद पर कार्यरत थे । उसे दौरान ब्रह्माकुमारीज का ज्ञान प्राप्त हुआ | बी के डॉ रीना दीदी ने उस समय सात दिवसीय कोर्स करवाया था। तब से लेकर आज तक ऐसा एहसास होता है के हम परमात्मा की गोद में पालने वाले बच्चे हैं। जीवन की हर समस्या का समाधान राजयोग में समाहित है।
ब्रह्माकुमारीज के युगल सदस्य बी के घनश्याम जी एवं उनकी धर्मपत्नी प्रभा जी ने बताया कि वे दोनों ही वरिष्ठ नागरिक हैं। कई बार अत्यधिक बीमार हो जाते हैं। शब्दों में धनवाद करें। आज के युगल सम्मान समारोह के कार्यक्रम में रीना दीदी ने न केवल हमे सम्मानित किया बल्कि यह वरिष्ट नागरिकों के प्रति उनके सहयोग की भावना को दर्शाता है। आज के सम्मान से हमारा घर परिवार बहुत खुश है।मंदीदीप निवासी शिवकुमार जी एवं उनकी धर्मपत्नी सावित्री जी बताते हैं कि ब्रह्माकुमारीज में जुडने के पूर्व उनके घर की हालत अच्छी नहीं थी । ब्रह्माकुमारीज की रीना दीदी एवं मंजू दीदी का जीवन की हर समस्याओं पर मार्गदर्शन प्राप्त हुआ | आज हौं और हमारा परिवार परमपिता शिवबाबा के ज्ञान से समस्याओं से मुक्त हैं। जीवन मे बहुत बाल मिला है।ब्रह्माकुमारिज ब्लेसिंग हाउस प्रभारी बी के डॉ. रीना दीदी ने कहा कि भोपाल में युगलों के सम्मान का यह पहला विशाल भव्य एवं दिव्य आयोजन है। युगल रथ के दो पहिये के समान हैं। जब रथ के दोनों पहिये एक ही उद्देश्य को लेकर एक साथ, बिना किसी द्वेष भावना के कार्य करते हैं तो कार्य के अच्छे परिणाम आते हैं।कार्यक्रम में भोपाल के बड़ी संख्या में लोग कार्यक्रम का लाभ लेने पहुचे। कार्यक्रम में बी के डॉ रावेन्द्र भाई ने युगलों के सम्मान में कविता प्रस्तुत की एवं सभी का स्वागत किया साथ ही युगल सम्मान समारोह के उदेश्य को करके सभी के सम्मुख रखा | संस्था के बी के राम भाई, राम भाई जूनियर एवं टोशू ने सुंदर कबबाली नृत्य प्रस्तुत किया |