हरियाणा
हरियाणा विधानसभा चुनाव में नेताओं के दल बदलने का सिलासिला जारी है. इस बीच सोमवार (23 सितंबर) को सोनीपत के राई से पूर्व विधायक और भूपेंद्र हुड्डा के बेहद नजदीकी माने जाने वाले कांग्रेस नेता जयतीर्थ दहिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. जयतीर्थ दहिया ने भूपेंद्र हुड्डा पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कांग्रेस को अलविदा कह दिया है. इसके अलावा जयतीर्थ दहिया ने समर्थकों को कांग्रेस को वोट न देने का संदेश दिया है. कांग्रेस ने जिन्हें टिकट दिया गया है दहिया ने उन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. जयतीर्थ दहिया ने भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया है कि राई से टिकट का बंटवारा लेन-देन देर हुआ है. पूर्व विधायक दहिया ने कहा कि मैं यहां से टिकट का प्रबल दावेदार था, लेकिन कांग्रेस ने मेरा टिकट काटकर किसी और को टिकट दे दिया है. इसलिए मैंने कांग्रेस हाईकमान को अपना इस्तीफा भेज दिया है.
कौन हैं जयतीर्थ दहिया
बता दें कि जयतीर्थ दहिया हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री चौधरी रिजक राम दहिया के बेटे हैं. जयतीर्थ दहिया सोनीपत के राई से दो बार के कांग्रेस विधायक हैं. दहिया साल 2014 में पहली बार विधायक बने. इसके बाद साल 2019 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने दहिया पर भरोसा जताया और दहिया कांग्रेस के भरोसे पर खरे उतरे और फिर से चुनाव जीतकर आए.
कांग्रेस ने राई से किसे दिया टिकट
बता दें कि कांग्रेस ने सोनीपत के राई विधानसभा क्षेत्र से जय भगवान अंतिल को टिकट दिया है, जहां उनका मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार कृष्णा गहलावत से होगा. कांग्रेस प्रत्याशी जय भगवान अंतिल ने दावा किया है कि उन्हें छत्तीस बिरादरी का समर्थन मिल रहा है और यहां से जीत दर्ज करेंगे.