पिछले काफी दिनों से बॉलिवुड में नेपोटिजम और भाई-भतीजावाद को लेकर तीखी बहस चल रही है। खासतौर पर फिल्ममेकर करण जौहर को फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिजम को बढ़ावा दिए जाने को लेकर टारगेट किया जाता रहता है। अब करण के बचाव में ऐक्ट्रेस कियारा आडवाणी सामने आई हैं। उनका कहना है कि नेपोटिजम के लिए करण जौहर को गलत टारगेट किया जाता है। कियारा ने कहा है कि करण ने उनकी उस समय मदद की थी जब वह स्ट्रगल कर रही थीं और हर जगह से उन्हें रिजेक्शन का सामना करना पड़ रहा था।
‘कोई नहीं कर रहा था कियारा की मदद’
करण जौहर पर यह आरोप लगता रहता है कि वह केवल स्टार किड्स के साथ काम और उनको लॉन्च करते हैं। इस मुद्दे पर बात करते हुए कियारा ने एक इंटरव्यू में करण जौहर और डिजाइनर मनीष मल्होत्रा की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘ये लोग बेहद सफल हैं और इन्हें कोई कोई शक नहीं होता है। वे केवल मेरे पास इसलिए नहीं आए क्योंकि मैं सफल थी।’ कियारा ने कहा कि बॉलिवुड के शुरूआती उनके सालों में वह अपनी एजेंसी से भी इस बात के लिए मदद मांगती थीं कि उन्हें करण जौहर की फिल्म में कास्ट किया जाए लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की।’उन्होंने मुझे तब लिया जब मुझे कोई नहीं जानता था’ कियारा का कहना है कि यह महज इत्तेफाक था कि उन्हें करण जौहर की 2018 में आई फिल्म ‘लस्ट स्टोरीज’ में कास्ट किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि जब उन्हें हर डिजाइनर रिजेक्ट कर रहा था तब मनीष मल्होत्रा ने उन्हें सपोर्ट किया था। कियारा ने कहा कि यह मौका उन्हें तब मिला था जब लोग केवल जाने-पहचाने चेहरों पर ही दांव लगाते थे। कियारा ने कहा, ‘उस समय पर मनीष ने कभी ऐसा नहीं सोचा कि मैं ऐसे ही किसी आदमी को काम दूंगा जो सफल है। यहां तक कि करण ने भी ऐसा नहीं सोचा। उनकी नेपोटिजम जैसी चीजों के लिए जमकर आलोचना की जाती है लेकिन उन्होंने मुझे तब लिया जब मैं कुछ भी नहीं थी और किसी ने मेरी सिफारिश भी नहीं की थी।’