चंडीगढ़
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की इस विधानसभा चुनाव में सीट बदल दी गई है। करनाल से मौजूदा विधायक नायब सिंह सैनी को इस बार भारतीय जनता पार्टी ने कुरुक्षेत्र जिले की लाडवा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। नायब सिंह सैनी के इस पांचवें चुनाव में यह उनकी चौथी सीट है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र के सांसद भी रह चुके है, जबकि उससे पहले वह नारायणगढ़ से विधायक थे।
2023 में आया सबसे अहम दौर
नाय सिंह सैनी की सियासी जिंदगी में सबसे अहम दौर 2023 में आया। कुरुक्षेत्र से बीजेपी के सांसद होते हुए उन्हें हरियाणा बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया। साल बदलने के साथ ही नायब सैनी की राजनीतिक जिंदगी की एक नई कहानी लिखी गई। 12 मार्च 2024 को बीजेपी ने उन्हें हरियाणा का मुख्यमंत्री बना दिया।
पांच चुनाव और चौथी सीट
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने लाडवा से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। बीजेपी का हर नेता हरियाणा में तीसरी बार पार्टी की सरकार बनने का दावा करते हुए प्रदेश में भाजपा की लहर की बात कह रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब पार्टी की लहर है तो फिर नायब सैनी की सीट क्यों बदल दी गई। इतना ही नहीं आखिर हर बात उनकी सीट ही क्यों बदली जाती है ? अब तक के 15 साल में नायब सैनी ने पांच चुनाव लड़े हैं। बीजेपी की ओर से उन्हें हमेशा अलग-अलग सीट से चुनाव लड़वाया गया।
नायब सैनी ने अपना पहला चुनाव 2009 में नारायणगढ़ से पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद बीजेपी ने 2014 में फिर से सैनी को नारायगढ़ सीट से टिकट दिया गया। इस बार वह बीजेपी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए जीत हासिल कर पहली बार विधानसभा पहुंचे। इसके बाद बीजेपी की ओर से 2019 में उन्हें कुरुक्षेत्र लोकसभा से सांसद का चुनाव लड़वाया गया। सैनी यहां तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल कर संसद पहुंचे।
12 मार्च, 2024 को बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री बनाया। सांसद सैनी अब मुख्यमंत्री बन चुके थे। मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्हें छह माह के अंदर विधायक बनना था। इसके लिए पार्टी ने उन्हें मनोहर लाल के गढ़ कहे जाने वाले करनाल से विधानसभा का चुनाव लड़वाया। इस सीट पर सैनी को जीत दर्ज करने में मुश्किल नहीं हुई। इस तरह वह एक बार फिर विधायक बने। अब बीजेपी ने उनके पांचवे चुनाव में उन्हें नई सीट से मैदान में उतारा है। खैर इस समय हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य कर रहे नायब सिंह सैनी पर दोहरी जिम्मेदारी है। एक तो नए विधानसभा क्षेत्र के रूप में उनके सामने नई चुनौती है और साथ ही उन्हें पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए बीजेपी को तीसरी बार सत्ता में लाने की जिम्मेदारी भी निभानी है।